सच्ची सफलता क्या होती है ?

हम जुनून में अर्श और फर्श एक करने से भी नहीं चूकते। नाकामी तो हमें मंजूर ही नहीं रही। कभी तो वह जुनून में ऐसे गलत रास्ते पर भी कदम रख देता है कि जो हमने चाहा, वह सच क्यों नहीं हुआ? इस तरह मिली सफलता दूरगामी नहीं होती। कहते है, सच्ची सफलता वही है जो सुख और शांति के साथ तरक्की भी लाये तथा स्थायी भी बन जाए। गलत रास्ते पर चलकर मिली सफलता क्षणिक होती है, कभी-कभी यह अपने साथ परेशानियां भी लाती है । आप इस बात से सहमत होंगे कि एक चीज पाने के लिए कई चीजें खोने में, बुद्धिमानी नहीं है तो क्या है सही मायने में सफलता पाने का रास्ता ? सफलता बाजार में किसी दुकान पर नहीं मिला करतीं और न ही से पाने का कोई शॉर्टकट रास्ता ही होता है, पर विश्वास मानिए, इसे पाने की कूला आप में ही छिपी है। बस जरूरत है उसे पहचानने की । माना जाता है कि आज के इस प्रतिस्पर्धापरक माहौल में, यदि कोई चीज सबसे कीमती है, तो वह है टाइम। जिस किसी ने भी समय की कीमत नहीं समझी, वह कभी सफल नहीं हो सकता दी गयी जिम्मेदारी को समय पर पूरा करना न केवल आपकी कर्तव्यपरायणता प्रदर्शित करता है, बल्कि कार्य के प्रति आपका समर्पणभाव एवं गंभीरता का भी परिचायक है ।

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