संसद में मोदी बोले- महाकुंभ में अनेक अमृत निकले

नई दिल्ली,17 मार्च। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में महाकुंभ को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ जैसे ऐतिहासिक आयोजन से देश को अनेक “अमृत” प्राप्त हुए हैं, जो भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को और मजबूत करते हैं। पीएम मोदी ने यह बयान लोकसभा में एक विशेष सत्र के दौरान दिया, जिसमें उन्होंने महाकुंभ के आयोजन और उसकी भव्यता पर प्रकाश डाला।

महाकुंभ से मिली प्रेरणा
पीएम मोदी ने कहा, “महाकुंभ भारत की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है। इस आयोजन से देश को अनेक सकारात्मक संदेश और ऊर्जा मिलती है। महाकुंभ में आस्था, भक्ति और अध्यात्म का संगम होता है, जिससे पूरे देश को नई प्रेरणा मिलती है।” उन्होंने यह भी कहा कि महाकुंभ के आयोजन में भारत की एकता और अखंडता की झलक मिलती है।

महाकुंभ की तैयारियों पर जोर
प्रधानमंत्री मोदी ने महाकुंभ की तैयारियों को लेकर केंद्र और राज्य सरकार के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि इस आयोजन को सफल बनाने के लिए करोड़ों श्रद्धालु, संत-महात्मा और विभिन्न संगठनों ने मिलकर काम किया है। पीएम ने कहा कि, “सरकार ने इस बार महाकुंभ के आयोजन को भव्य और सुव्यवस्थित बनाने के लिए विशेष कदम उठाए हैं।”

साफ-सफाई और प्रबंधन की तारीफ
मोदी ने महाकुंभ के दौरान सफाई व्यवस्था और प्रशासनिक प्रबंधन की सराहना की। उन्होंने कहा कि महाकुंभ के दौरान स्वच्छता और स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर विशेष ध्यान दिया गया, जिससे लाखों श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।

महाकुंभ से सांस्कृतिक और आर्थिक लाभ
पीएम मोदी ने कहा कि महाकुंभ के आयोजन से देश को सांस्कृतिक ही नहीं, बल्कि आर्थिक लाभ भी हुआ है। देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों से स्थानीय व्यापार को मजबूती मिली है। उन्होंने कहा कि इससे देश की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिला है।

समापन पर मोदी का संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि महाकुंभ भारतीय संस्कृति और विरासत का प्रतीक है। उन्होंने देशवासियों से अपील की कि वे अपनी सांस्कृतिक जड़ों को मजबूत करें और महाकुंभ जैसे आयोजनों से प्रेरणा लेकर देश के विकास में योगदान दें। उन्होंने कहा, “महाकुंभ हमें एकता, शांति और सद्भाव का संदेश देता है। इससे निकले अमृत से भारत को नई दिशा मिलेगी।”

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