अयोध्या में सनसनीः चमत्कार या भ्रम रामलला के गर्भगृह से धुआं उठना

अयोध्या-फैजाबाद। मेक शिफ्ट स्ट्रक्चर में गुरुवार भोर विराजमान रामलला से बमुश्किल 20 फीट के फासले पर जमीन से धुआं उठने की सूचना से सनसनी फैल गई। इस खबर से उच्चाधिकारियों को भी अवगत कराया गया। कुछ ही देर में परिसर के पदेन रिसीवर मंडलायुक्त मनोज कुमार मिश्र और जिलाधिकारी डॉ. अनिल कुमार सहित प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। आला अधिकारियों की निगरानी में विशेषज्ञों की टीम ने उस स्थल का जायजा लिया। इस बीच ज्ञात हुआ कि वह भाप थी, जो डेढ़ दशक पूर्व विवादित स्थल के पुरातात्विक उत्खनन के दौरान हुए एक गड्ढे से निकल रही थी।

परिसर के प्रशासन एवं सुरक्षा से जुड़े अधिकारियों ने धुआं उठने की खबर को भ्रामक बताया और कहा कि वह भाप थी, जिसे कुछ लोग धुआं समझ बैठे। इसके विपरीत रामलला के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येंद्रदास ने इस वाकए को चमत्कारिक बताया। उन्होंने कहा कि जिस तरह भट्ठी से धुएं का गुबार उठता है, यह धुआं उसी तरह पूरे प्रवाह से करीब दो घंटे तक निकलता रहा।

यद्यपि यह सामान्य धुएं की तरह स्याह नहीं था पर इसे ठंड के मौसम की सामान्य भाप कह कर खारिज करना उचित नहीं है। मुख्य अर्चक ने यहां तक कहा कि धुएं के माध्यम से रामलला ने अपनी चमत्कारिक मौजूदगी का एहसास कराया है और अब रामलला चाहते हैं कि उन्हें तंबू से निकाल कर भव्य मंदिर में स्थापित किया जाए।

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