नई दिल्ली : विश्व बैंक ने अपनी परियोजनाओं में कुछ भारतीय व्यक्तियों और कंपनियों के काम करने पर रोक लगा दी है। वर्ल्ड बैंक की हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
वर्ल्ड बैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि भारत की ऑलिव हेल्थ केयर और जय मोदी पर उनके जालसाजी भरे तरीकों के लिए रोक लगा दी गई है। ये दोनों कंपनियां बांग्लादेश में वर्ल्ड बैंक के एक प्रोजेक्ट पर काम कर रही थीं।
ऑलिव हेल्थ पर 10 साल छह महीनों के लिए और जय मोदी पर सात साल छह महीनों के लिए रोक लगाई गई है। इसके अलावा भारत-आधारित एंजेलिक इंटरनेशनल लिमिटेड पर चार साल छह महीने के लिए रोक लगाई गई है।
यह नेपाल और इथियोपिया में काम कर रही थी। भारत की कंपनी फैमिली केयर पर भी चार सालों के लिए रोक लगाई गई है। ये कंपनी अर्जेंटीना और बांग्लादेश में कुछ प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही थी। धोखाधड़ी के मामले में भारत की कंपनी मधुकॉन प्रोजेक्ट्स लिमिटेड पर दो साल के लिए रोक लगाई गई है।
मधुकॉन वर्ल्ड बैंक के प्रोजेक्ट पर भारत में काम कर रही थी। इसी तरह आरकेडी कॉन्स्ट्रक्शन लिमिटेड को भी एक साल छह महीनों के लिए रोक लगा दी गई है। भारत की ही कुछ कंपनियों पर एक साल से कम के लिए भी रोक लगाई गई है।
कुछ कंपनियों पर शर्तों के आधार पर रोक लगाई गई है। अगर ये कंपनियां उन शर्तों को पूरा कर पाएंगी तो वो वर्ल्ड बैंक के प्रोजेक्ट्स पर काम कर पाएंगी।
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