न्यूज़ डेस्क : क्या आपने ज़ी टीवी पर हाल ही में नए शो का प्रोमो देखा है, जिसमें काजल नाम की एक लड़की ‘आनंद‘ के रूप में राजेश खन्ना और ‘कल हो ना हो‘ के कूल ड्यूड अमन के रूप में शाहरुख खान की तस्वीरों की पूजा कर रही है? इसके बाद वो कैमरे की तरफ मुड़कर आपसे यह अंदाजा लगाने को कहती है कि वो क्या कर रही है? साथ ही वो हमारे लिए यह हिंट छोड़ जाती है कि गूगल पर ‘रेटिनिटिस पिगमेंटोसा‘ को खोजें!
क्या आप भी सोच रहे हैं कि आखिर यह क्या है? तो आइए ज़ी टीवी आपको बता रहा है काजल की इस दिल छू लेने वाली कहानी में झांकने वाले इन 25 सेकंड्स के बारे में। जिस लड़की को आप देख रहे हैं उसका नाम काजल है। वो बॉलीवुड के इतिहास में रचे गए अब तक के सबसे आशावादी और निस्वार्थ किरदारों – आनंद और अमन से प्रेरित है। ये दोनों किरदार जिंदगी बदल देने वाली बीमारियों से ग्रस्त रहते हैं और उनके ऊपर मौत मंडरा रही होती है लेकिन फिर भी वो मुस्कुराते हुए हर हालात का सामना करते हैं। ज़ी टीवी की ये नई नायिका इन्हीं किरदारों से प्रेरित होकर अपने सपने पूरे करने निकलती है, जो उसने अपनी बंद आंखों से देखे हैं। हालांकि उसे यह बात अच्छी तरह पता है कि उसकी आंखों की रोशनी नहीं है जिससे वो अपने सपने पूरे होते देख सके।
वो एक ऐसी अनुवांशिक बीमारी से ग्रस्त है, जिसमें लंबे समय तक लोग आंखों की रोशनी खो देते हैं। वो खुद से सवाल करती है – ‘यदि मैं बंद आंखों से ये सपने देख रही हूं तो क्या इसे पूरे करने के लिए मुझे अपनी आंखों की रोशनी की जरूरत है?‘ कम उम्र में ही उसे पता चलता है कि उसके सितारों में खामियां हैं लेकिन वो इसे एक रोमांचक सफर के रूप में देखती है और इस नई सच्चाई को स्वीकार करते हुए वो अपने सपनों की तलाश में निकल पड़ती है, क्योंकि ‘दिल ये ज़िद्दी है‘ और कारवां तो बढ़ते रहना चाहिए।
झांसी की पृष्ठभूमि पर आधारित ‘दिल ये ज़िद्दी है‘ में एक साधारण-सी लड़की का जाना-पहचाना सा लेकिन अनोखा नजरिया दिखाया गया है, जो अपनी नेत्रहीनता के रूप में आने वाली शारीरिक रुकावट की बेड़ियां तोड़ती है और अपनी तकदीर की कमान संभालकर अपने लिए एक असाधारण भविष्य बनाती है। मैनोर रामा पिक्चर्स के निर्माण में बने, जिंदगी के हल्के-फुल्के पलों से भरे इस ड्रामा में एक से बढ़कर एक कलाकार हैं जिसमें मेघा रे ने नायिका काजल की भूमिका निभाई है और रोहित संचाती एवं शोएब अली लीड रोल में हैं। वहीं सचिन खुराना, सौरभ शर्मा, हेतल यादव और शुभांशी रघुवंशी भी टेलीविजन पर निभाए गए अब तक के अभूतपूर्व किरदारों में नजर आएंगे।
काजल जैसा किरदार निभाने को लेकर मेघा कहती हैं, ‘‘मुझे लगता है कि हम सभी में काजल की तरह उत्साह होना चाहिए। वो एक छोटे शहर की लड़की है जो अपनी जिंदगी से कोई शिकायत नहीं करती। वो कुछ कर गुजरना चाहती है। वो स्मार्ट लड़की है जिसकी उम्र लगभग 20 साल है। उसके असीमित सपने हैं और अपने असली भविष्य की खोज से पहले उसके जेहन में कई फैसले हैं। मैं काजल की हिम्मत के लिए इस किरदार से सचमुच बहुत प्यार करती हूं। उसकी ख्वाहिशों की अपनी लिस्ट है और उसकी पहली तीन ख्वाहिशों से हर लड़की जुड़ेगी, जिनमें ‘एक हॉट और अच्छा दिखने वाला बॉयफ्रेंड‘, ‘अपनी मां के माथे पर चिंता की कोई लकीरें न हो‘ और ‘भूत से आमना-सामना‘ जैसी अनेक ख्वाहिशें शामिल हैं।‘‘
इस शो से भावनाओं और अरमानों के उतार-चढ़ाव भरे सफर की शुरुआत होगी, जिसमें काजल सफलता के रास्ते पर बिना रुके आगे बढ़ती है। यदि वो अपने अनुभव को देख नहीं पाती तो उसका एहसास जरूर करती है।
देखिए काजल और वक्त के साथ उसकी लड़ाई, जिसमें वो अपने सपनों को पूरा करने निकली है क्योंकि ‘दिल ये ज़िद्दी है‘, ज़ी टीवी पर।
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