न्यूज़ डेस्क : विकास दुबे के उज्जैन महाकाल मंदिर से पकड़े जाने के बाद वहां के मंत्री को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं होने लगी हैं। कहा जा रहा है कि वह मप्र के एक बड़े मंत्री के लगातार संपर्क में था। मप्र के यह प्रमुख मंत्री 2019 के लोकसभा चुनाव में कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र से भाजपा के सह प्रभारी रहे थे।
कहा जा रहा है कि विकास दुबे की उस मंत्री से कई बार मुलाकात हुई है। लोगों का मानना है कि विकास दुबे अपने इसी लिंक की वजह से सही सलामत उज्जैन पहुंचा और वहां उसने अपने को पुलिस के हवाले कर दिया। चर्चा यह भी है कि विकास दुबे का मप्र की सरकार के कुछ और लोगों से पुराने लिंक हैं जिसकी वजह से उसकी गिरफ्तारी की पूरी कहानी रची गई।
विकास के महाकाल मंदिर पहुंचने और गिरफ्तारी देने के पीछे भी कई घटनाक्रम हुए हैं। विकास दुबे पूजा पाठ के लिए अक्सर महाकाल और दतिया के पीताम्बरा देवी जाता था। इस बीच उसने मप्र के कई प्रमुख नेताओं से संपर्क बनाए। यह भी कहा जा रहा है कि मप्र सरकार के एक मंत्री का भी दतिया से सीधा संबंध है।
इस संबंध में स्थानीय भाजपा नेता सीधे कुछ भी कहने से बच रहे हैं। इन नेताओं की तरफ से कहा जा रहा है कि चुनाव के दौरान राष्ट्रीय और प्रदेश नेतृत्व की तरफ से प्रचार के लिए समय समय पर नेताओं को भेजा जाता है। मप्र के यह मंत्री भी उस समय यहां पार्टी प्रचार के लिए भेजे गए थे। इससे ज्यादा कुछ नहीं है।
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