सौरव गांगुली को टीम इंडिया में आक्रामक तेवर लाने का श्रेय दिया जाता है. अपनी कप्तानी के दौरान गांगुली ने युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया और इसे आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए जीत के लिए प्रेरित किया. दूसरे शब्दों में कहें तो गांगुली की कप्तानी के दौरान टीम इंडिया एक बदली हुई टीम नजर आई. गांगुली के बाद एमएस धोनी और अब विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ने सफलता के नए आयाम स्थापित किए हैं. टीम इंडिया के मौजूदा कप्तान विराट कोहली की गांगुली ने जमकर प्रशंसा की है. सौरव का मानना है कि विराट में भारतीय टीम के महानतम क्रिकेट कप्तानों में से एक बनने के सभी गुण हैं.
सौरव ने यह विचार इंडिया टुडे से बातचीत करते हुए जताए. उन्होंने कहा, इस बात में कोई शक नहीं कि विराट में टीम इंडिया के महान कप्तान बनने के सभी गुण हैं. मुझे लगता है कि विराट की कप्तानी के लिहाज से अगले 15 माह बेहद अहम साबित होंगे क्योंकि इस दौरान टीम इंडिया को दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैड और ऑस्ट्रेलिया दौरा करना है. इसके अलावा वर्ष 2019 में वर्ल्डकप भी होगा. टीम इंडिया के इस पूर्व कप्तान ने कहा कि मेरी राय में विराट सही राह पर हैं. वे टीम को अच्छी तरह तैयार कर रहे हैं. वे युवा खिलाड़ियों को प्रतिभा दिखाने का भरपूर मौका दे रहे हैं. इसमें कोई शक नहीं कि भारत दौरे पर आने वाली न्यूजीलैंड और श्रीलंका टीम को भारतीय टीम हरा देगी लेकिन टीम के सामने मुख्य चुनौती तब आएगी जब यह दक्षिण अफ्रीका का दौरा करेगी. वैसे मुझे लगता है कि इस टीम के पास दक्षिण अफ्रीका में भी अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता है.
महान ओपनर सुनील गावस्कर भी से बात करते हुए सौरव से मिलती जुलती राय जता चुके हैं. भारत-ऑस्ट्रेलिया की वनडे सीरीज के दौरान उन्होंने कहा था कि विराट देश के महानतम कप्तानों में से एक बनने में सक्षम हैं. उन्होंने नवाब मंसूर अली खान पटौदी की तरह स्वाभाविक नेतृत्व क्षमता है. दिल्ली के 28 वर्षीय कोहली ने खिलाड़ियों को फिटनेस को लेकर प्रेरित किय है. गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में कोहली कोई शतक नहीं लगा पाए थे, लेकिन उन्होंने 36 के औसत से 180 रन बनाए. इस दौरान 92 रन विराट का सर्वोच्च स्कोर रहा.
News Source: khabar.ndtv.com
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