पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, दुकानों में तोड़फोड़ की और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुँचाया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग किया और कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया।
वक्फ संशोधन अधिनियम 2025
यह अधिनियम वक्फ बोर्डों की संरचना और प्रशासन में बदलाव करता है, जिससे राज्य सरकारों की भूमिका सीमित हो जाती है। विरोधक इसे संविधान और संघीय ढांचे के खिलाफ मानते हैं, जबकि समर्थक इसे वक्फ संपत्तियों के बेहतर प्रबंधन के लिए आवश्यक कदम मानते हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस अधिनियम को “संविधान के खिलाफ” और “संघीय ढांचे पर हमला” बताया। उन्होंने राज्य में इस अधिनियम को लागू न करने की घोषणा की। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए इसे राजनीतिक मुद्दा बनाने का आरोप लगाया।
प्रशासनिक उपाय
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने अतिरिक्त बल तैनात किया और इंटरनेट सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया। अधिकारियों ने शांति बनाए रखने की अपील की और अफवाहों से बचने की सलाह दी।
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