चंडीगढ़। हरियाणा में संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ को लेकर विराेध तेज होता जा रहा है। हरियाणा भाजपा के कई नेता के बाद अब राज्य भाजपा के प्रवक्ता और मीडिया कॉडिनेटर सूरज पाल अमू ने आपत्तिजनक बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इस फिल्म को किसी हालत में नहीं दिया जाए। उन्होंने मेरठ के कुछ युवाओं द्वारा फिल्म के निर्माता निर्देशक संजय लीला भंसाली और हीरोइन दीपिका पादुकोण का सिर काटने के लिए पांच करोड़ रुपये का इनाम घोषित किए जाने का समर्थन किया है। उन्हाेंने ऐसे लाेगों को 10 करोड़ और देेने का एलान किया। उन्हें फिल्म के हीरो रणवीर सिंह काे भी धमकी दी।
उन्होंने दिल्ली में आयोजित अखिल भारतीय क्षत्रिय राजपूत महासभा के सम्मेलन में कहा कि फिल्म ‘पद्मावती’ भारतीय संस्कृति और नारी शक्ति का अपमान है और इसे किसी हालत में सहन नहीं किया जाएगा। राजपूतों राजाओं और वीरांगना की कुर्बानियों का इस फिल्म में अपामन किया गया है। उन्होंने फिल्म के हीरो रणवीर सिंह को उनके बयान के लिए धमकाते हुए कहा, ‘ अगर तूने अपने शब्द (फिल्म के विवादित संवाद) वापस नहीं लिये ताे तेरी टांगों को तोड़कर हाथ में दे देंगे।’
बता दें कि रण्ावीर सिंह ने फिल्म पर विवाद के बाद कहा था कि यदि अलाउद्दीन खिलजी की भूमिका आगे भी मिला तो सहर्ष करुंगा। पहले इस भूमिका को लेकर उन्हें हिचक थी, लेकिन अब वह यह भूमिका कर गाैरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
कहा, भंसाली व दीपिका का सिर काटने वालों को पांच करोड़ क्या 10 करोड़ रुपये देंगे
अमू ने कहा कि राजपूतों को गाैरवशाली इतिहास रहा है अौर इस फिल्म से इस पर चोट की गई है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा, मेरठ के युवाओं द्वारा भंसाली और दीपिका का सिर काटने पर पांच करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा स्वागत योग्य है। पांच करोड़ क्या है हम इसके लिए 10 करोड़ रुपये का इनाम देेंगे और यह काम करने वालों के परिवार का भी पूरा ध्यान रखेंगे।
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा फिल्म के विवादित अंश काट कर ही इसे रिलीज करने की मांग पर अमू ने कहा कि फिल्म के कुछ हिस्से काटने से काटने से काम नहीं चलेगा। पूरी फिल्म को ही कूड़ेदान में डालना पडेगा। उन्होंने कहा, हम इस फिल्म को किसी हालत में नहीं चलने देंगे।
उन्होंने कहा कि यदि सेंसर बोर्ड इस फिल्म को पास भी कर दे तो प्रधानमंत्री को अधिकार है कि वह इस फिल्म के रिलीज करने पर राेक लगा दें। उन्होंने प्रधानमंत्री से अपील की कि वह इस फिल्म पर रोक लगा कर इसे कूड़ेदान में डाल दें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इस बारेमें चुप्पी तोड़ें।
गौरतलब है कि इससे पहले हरियाणा के कई नेता इस फिल्म पर विरोध जता चुके हैं। राज्य के दो मंत्री अनिल विज और विपुल गोयल ने फिल्म पर विरोध जताते हुए इसमें संशोधन के बाद ही इसे रिलीज किया जाए।
NEWS SOURCE :- www.jagran.com
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