न्यूज़ डेस्क : वोडाफोन-आइडिया का चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही का घाटा बढ़कर 25,460 करोड़ रुपये हुआ। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 4,874 करोड़ रुपये था। सांविधिक बकाये के लिए प्रावधान की वजह से कंपनी का घाटा बढ़ा है। शेयर बाजारों को कंपनी ने यह जानकारी दी।
बता दें कि दूरसंचार विभाग ने वोडाफोन आइडिया से एजीआर बकाये को लेकर करीब 53 हजार करोड़ रुपये की मांग की है। इसमें ब्याज, जुर्माना तथा राशि के भुगतान में की गयी देरी पर ब्याज भी शामिल है। कंपनी ने कहा कि वह एजीआर देनदारी के स्वआकलन की रिपोर्ट दूरसंचार विभाग को छह मार्च को सौंप चुकी है।
इसके बाद से कंपनी किश्तों में लगातार बकाये का भुगतान कर रही है। जुलाई में ही कंपनी ने समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) के सांविधिक बकाए को लेकर सरकार को अतिरिक्त एक हजार करोड़ रुपये का भुगतान किया था। इस तरह कंपनी का अब तक का कुल भुगतान 7,854 करोड़ रुपये हो गया है।
आईसीयू में है वोडा आइडिया
वोडाफोन के सीईओ निक रीड पहले ही कह चुके हैं भारतीय इकाई वोडाफोन आइडिया फिलहाल आईसीयू में है। अगर सरकार से समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) के भुगतान में राहत नहीं मिलती है तो फिर इसका असर आगे देखने को मिल सकता है। सेवाओं को बंद भी किया जा सकता है।
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