नई दिल्ली : राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) की मंजूरी के बाद वोडाफोन इंडिया और आइडिया सेल्युलर के विलय की प्रक्रिया पूरी हो गई है और विलय के बाद नवगठित कंपनी ‘वोडाफोन आइडिया लिमिटेड’ का संचालन भी शुरू हो गया है।
दोनों कंपनियों की ओर से शुक्रवार को जारी एक संयुक्त बयान में इस बाबत जानकारी दी गई। दूरसंचार विभाग की ओर से पिछले महीने विलय की अनुमति मिलने के बाद न्यायाधिकरण (ट्रिब्यूनल) की मंजूरी ही अंतिम आधिकारिक अनुमति थी।
बयान के अनुसार, आदित्य बिरला समूह और वोडाफोन समूह की साझेदारी में आइडिया सेल्यूलर (नया नाम वोडाफोन आइडिया लिमिटेड) भारत के अग्रणी दूरसंचार सेवा प्रदाता के रूप में काम करने लगा है, जिसके पास 40.8 करोड़ से अधिक ग्राहक हैं।
वोडाफोन आइडिया के नवगठित निदेशक मंडल में छह स्वतंत्र निदेशक समेत कुल 12 निदेशक हैं और कुमार मंगलम बिरला इसके अध्यक्ष हैं। निदेशक मंडल ने बालेश शर्मा को सीईओ नियुक्त किया है। बयान के अनुसार, नई कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 32.2 फीसदी होगी। सम्मिलित आधार पर वोडाफोन समूह की 45.2 फीसदी हिस्सेदारी है और आदित्य बिरला समूह की 26 फीसदी।
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