न्यूज़ डेस्क : कोरोना महामारी के लिए जहां एक तरफ अमेरिका सहित अधिकतर देश चीन को जिम्मेदार बताते हुए वायरस की उत्पत्ति की जांच के लिए दबाव बना रहे हैं तो दूसरी तरफ रूसी राष्ट्रपति कन्नी काटते हुए भी बचाव कर गए। उन्होंने कहा है कि संकट का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। उन्होंने इस मुद्दे पर अधिक बोलने से बचते हुए कहा कि उनके पास इस मामले में कुछ दिलचस्प कहने के लिए नहीं है।
रूसी राष्ट्रपति ने प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया, एसोसिएटेड प्रेस और रॉयटर्स सहित प्रमुख अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसियों के वरिष्ठ संपादकों के साथ ऑनलाइन बातचीत के दौरान कहा कि इस विषय के बारे में बहुत कुछ कहा गया है और उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि संकट का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। वह कोविड महामारी के कारण पर एक सवाल का जवाब दे रहे थे।
पुतिन ने अनुवादक के माध्यम से कहा, ”इस विषय पर पहले ही बहुत सारी बातें कही जा चुकी हैं, इसलिए मुझे ऐसा लगता है कि इस बारे में अधिक टिप्पणी करना व्यर्थ होगा। मुझे नहीं लगता कि मैं कुछ नया या दिलचस्प कह सकता हूं।”
स्पूतनिक की टेक्नॉलीज ट्रांसफर को तैयार
कोविड रोधी टीकों की मांग को पूरा करने के लिए भारतीय कंपनियों के रूसी निर्मित ‘स्पूतनिक वी’ टीके का उत्पादन करने की तैयारियों के बीच राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को कहा कि रूस दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जो टीका प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और विदेश में उत्पादन को बढ़ाने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि टीका 66 देशों में बेचा जा रहा है। पुतिन ने कहा, ”हम 66 देशों में अपना टीका बेच रहे हैं, यह हमारे लिए एक बड़ा बाजार है। मुझे पूरा यकीन है कि ये आरोप व्यावसायिक कारणों से हैं लेकिन हम मानवीय कारणों का पालन कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ”यह अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों द्वारा मान्यता प्राप्त है, टीका प्रभावी है, इसकी प्रभाव क्षमता 97.6 प्रतिशत है। हम दुनिया में एकमात्र देश हैं जो टेक्नॉलजी ट्रांसफर के लिए तैयार हैं और विदेशों में अपने उत्पादन का विस्तार करने के लिए तैयार हैं।”
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