टाइगर ज़िंदा है की धूम के बीच जानिये सलमान की ऐसी 10 फ़िल्में जो कभी रिलीज़ ही न हो सकी

मुंबई। सलमान ख़ान। बस नाम ही काफी है! फ़िल्में आज सलमान ख़ान के नाम से चलती हैं। दिग्गज डायरेक्टर्स सलमान के पीछे लाइन लगा कर खड़े रहते हैं कि सलमान उनकी फ़िल्म के लिए हां बोल दें! लेकिन, सलमान अपनी मर्जी के मालिक हैं। वही करते हैं जो उन्हें भा जाए।

इन दिनों सलमान की फ़िल्म ‘टाइगर ज़िन्दा है’ बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाये हुए है। लेकिन, क्या आप यकीन करेंगे कि सलमान की कुछ ऐसी भी फ़िल्में रही हैं जो कभी सिनेमा हॉल तक पहुंची ही नहीं। यानी रिलीज़ ही नहीं हो पायी। आइये जानते हैं उनकी कुछ ऐसी ही फ़िल्मों के बारे में।

‘ऐ मेरे दोस्त’

सलमान ख़ान अपने भाई अरबाज़ ख़ान के साथ पहली बार 1998 में आई फ़िल्म ‘प्यार किया तो डरना क्या’ में दिखे थे। लेकिन, इन दोनों भाइयों की जोड़ी इस फ़िल्म से पहले ‘ऐ मेरे दोस्त’ नाम की एक फ़िल्म में आने वाली थी। फ़िल्म में सलमान-अरबाज़ के अलावा करिश्मा कपूर और दिव्या भारती लीड रोल में थे। इस फ़िल्म के एक गाने की भी रिकार्डिंग हो गयी थी। इससे पहले की काम आगे बढ़ता एक हादसे में दिव्या भारती की मौत हो गयी। फ़िल्म का काम वहीं रुक गया। बहरहाल, ‘ऐ मेरे दोस्त’ के लिए जिस गाने की रिकार्डिंग हुई थी वो सलमान की फ़िल्म ‘मंझधार’ का हिस्सा बनी।

‘बुलंद’

सलमान ख़ान की एक और फ़िल्म जो डिब्बा बंद हो गयी उसका नाम है- ‘बुलंद’। इस फ़िल्म में सलमान के साथ सोमी अली लीड रोल निभा रही थीं। उस दौर में सलमान-सोमी अली के अफ़ेयर के ख़ूब चर्चे हुआ करते थे। निर्माता उनके बीच के रिलेशनशिप से जुड़ी ख़बरों को भुनाना चाहते थे। लेकिन, कहते हैं किसी अज्ञात कारणों से इस फ़िल्म का काम रोक दिया गया। यह फ़िल्म आधी से ज्यादा शूट कर ली गयी थी। फ़िल्म में काफी पैसा भी लगाया जा चुका था। लेकिन, अंततः फ़िल्म नहीं पूरी हो पायी।

‘राम’

सलमान के छोटे भाई सोहेल ख़ान ने सलमान ख़ान के साथ एक डायरेक्टर के रूप में ‘प्यार किया तो डरना क्या’ और ‘हेल्लो ब्रदर’ जैसी कामयाब फ़िल्में दी हैं। लेकिन, कम लोग ही जानते हैं कि सोहेल अपने भाई सलमान ख़ान के साथ एक और फ़िल्म करने वाले थे- ‘राम’। इस फ़िल्म के लिए अनिल कपूर और पूजा भट्ट को भी साइन कर लिया गया था। कुछ क्रिएटिव कारणों से पहले तो इस फ़िल्म को टाला गया। लेकिन, बाद में इस फ़िल्म को बनाने का आईडिया ही ड्राप करना पड़ा! जबकि फ़िल्म का काम शुरू हो चुका था।

‘चोरी मेरा नाम’

‘चोरी मेरा नाम’ इस अजीबोगरीब नाम से भी सलमान की एक फ़िल्म बन रही थी। जिसमें सुनील शेट्टी, शिल्पा शेट्टी, काजोल जैसे बड़े नाम थे। यह फ़िल्म भी किसी कारण से नहीं बन पायी। फ़िल्म के लिए सलमान और सुनील शेट्टी के बीच फ़िल्माया गया एक स्टंट सीन बाद में एक कोल्ड ड्रिंक कम्पनी के विज्ञापन का हिस्सा बन गया।

‘दस’

सलमान ख़ान और संजय दत्त की फ़िल्म ‘दस’ भी सलमान के करियर की एक ऐसी फ़िल्म है जो कभी बन नहीं पायी। इस फ़िल्म का एक गीत ‘सुनो गौर से दुनिया वालों..’ आप सबने ज़रूर सुना होगा। डायरेक्टर मुकुल एस आनंद की अचानक हुई निधन से यह फ़िल्म पूरी नहीं हो सकी। हालांकि, फ़िल्म का म्युज़िक एल्बम 1999 में रिलीज़ किया गया था।

‘राजू, राजा, राम’

डेविड धवन ने सलमान ख़ान के साथ जुड़वा जैसी ब्लॉकबस्टर फ़िल्म दी है। जबकि डेविड के फेवरेट एक्टर रहे हैं गोविंदा। डेविड धवन गोविंदा, सलमान और जैकी श्रॉफ के साथ ‘राजू, राजा, राम’ बनाने की योजना पर काम कर रहे थे। लेकिन, इस हैवी स्टारकास्ट के साथ उस समय उन्हें इस फ़िल्म के लिए कोई फायनेंसर ही नहीं मिला और डेविड को अपनी प्लानिंग रोक देनी पड़ी। इसके बाद ही उन्होंने सलमान के साथ ‘जुड़वा’ बनायी।

‘आंख मिचोली’

‘जुड़वा’ में सलमान का डबल रोल था और यह फ़िल्म खूब चली थी। जुड़वा की कामयाबी के बाद अनीज बज़्मी सलमान के साथ ‘आंख मिचोली’ बनाना चाहते थे। लेकिन, सलमान उनदिनों काफी व्यस्त थे और जुड़वा के बाद वो दुबारा फिलहाल डबल रोल करने के मूड में नहीं थे। इसलिए इस फ़िल्म की प्लानिंग भी धरी ही रह गयी। बाद में, अनीज बज़्मी ने सलमान के साथ ‘नो इंट्री’ (2005) फ़िल्म बनायी।

‘जलवा’

डायरेक्टर केतन धवन ने फ़िल्म जलवा के लिए सलमान ख़ान के अलावा संजय दत्त और अरमान कोहली को साइन कर लिया था। इससे पहले की वो इस फ़िल्म को आगे बढ़ाते और वो थोड़े कंफ्यूज हो गए। उन्होंने इस फ़िल्म का आईडिया ड्राप कर दिया और इस फ़िल्म को छोड़ नए स्टारकास्ट के साथ एक फ़ैमिली फ़िल्म बनाने में जुट गए। गौरतलब है कि डेविड धवन ने सलमान के साथ ‘ये है जलवा’ नाम से साल 2002 में एक फ़िल्म बनायी। जिसमें, अमीषा पटेल, ऋषि कपूर, अनुपम खेर आदि एक्टर्स थे।

‘सागर से गहरा प्यार’

रवीना टंडन के साथ सलमान की एक फ़िल्म ‘सागर से गहरा प्यार’ भी कभी पाईपलाइन में थी। लेकिन, इस फ़िल्म की सिर्फ घोषणा ही हो सकी, कभी बन नहीं पायी। ‘हैंडसम’ ‘सागर से गहरा प्यार’ की तरह ही सलमान की एक और फ़िल्म ‘हैंडसम’ भी एनाउंसमेंट के बाद डिब्बाबंद हो गयी। इस फ़िल्म में सलमान के साथ संगीता बिजलानी और नगमा को लिया गया था।

हाल के दिनों की बात करें तो अनीज बज्मी ‘नो इंट्री’ का सिक्वल ‘नो इंट्री में इंट्री’ बनाना चाहते थे। लेकिन, किन्हीं कारणों से उनकी यह योजना नाकामयाब रही। साल 2005 आते-आते सलमान का स्टारडम आसमान तक पहुंच चुका था और उसके बाद ऐसी किसी फ़िल्म की योजना बनी ही नहीं जो किसी वजह से अधूरी रह गयी हो। ज़ाहिर है सलमान ने समय के साथ यह सीख लिया है कि अब कैसी फ़िल्में करनी हैं और किन लोगों को हां बोलना है!

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