जयपुर। भारत के स्टार मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने पेशेवर सर्किट में लगातार 10वीं जीत दर्ज करने के बाद कहा कि अब उनकी नजरें राष्ट्रमंडल और विश्व चैंपियनशिप खिताब पर टिकी हैं। 32 वर्षीय विजेंदर ने शनिवार को अफ्रीकी मुक्केबाज अर्नेस्ट अमुजु को सर्वसम्मत फैसले से हराकर अपना डब्ल्यूबीओ ओरिएंटल और एशिया पेसेफिक मिडिलवेट खिताब बरकरार रखा।
राष्ट्रमंडल सुपर मिडिलवेट खिताब फिलहाल ग्रेट ब्रिटेन के ल्यूक ब्लैकलेज के पास है, जो 27 वर्षीय युवा प्रतिभाशाली मुक्केबाज हैं। ल्यूक ने 30 मुकाबलों में 23 जीत में दर्ज की हैं, जिसमें आठ नॉकआउट भी शामिल हैं।
भारत के लिए ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाले विजेंदर को साल का अंत जीत के साथ करने की खुशी है। सवाई मानसिंह स्टेडियम में अपना मुकाबला जीतने के बाद विजेंदर ने कहा, ‘साल का अंत जीत के साथ करने की खुशी है। मैं अब अगले साल कम से कम दो खिताबों राष्ट्रमंडल और विश्व चैंपियनशिप को लेकर उत्सुक हूं। इस मुकाबले को सफल बनाने के लिए मैं जयपुर के लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं और पूरे भारत के मेरे प्रशंसकों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद। यह मुकाबला जीतकर मैं काफी खुश हूं। मुझे पता है कि वह कड़ा प्रतिद्वंद्वी है और यही कारण है कि मुकाबला 10 राउंड तक चला। लेकिन, मैं अपने कोचों द्वारा बनाई गई रणनीति पर कायम रहा और इससे मुझे यह मुकाबला जीतने में मदद मिली।’
अमुजु के खिलाफ मुकाबले के बारे में विजेंदर ने कहा कि 10 राउंड के मुकाबले के दौरान वह कुछ मौकों पर परेशानी में घिरे और उन्होंने इसके लिए घाना के अपने प्रतिद्वंद्वी की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि वह कड़ा प्रतिद्वंद्वी है। मैं उसे नॉकआउट करने के मौके तलाशता रहा, लेकिन वह टिका रहा। मुझे शुरुआत में ही पता लग गया था कि वह मजबूत मुक्केबाज है।’
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