उपराष्ट्रपति ने स्वास्थ्य क्षेत्र में अधिक से अधिक सार्वजनिक-निजी भागीदारी का आह्वान किया

उपराष्ट्रपति ने भारत को एक प्रमुख स्वास्थ्य पर्यटन स्थल बनाने के प्रयासों को दोगुना करने का आह्वान किया

उपराष्ट्रपति ने भारत को एसडीजी लक्ष्यों को प्राप्त करने के करीब लाने में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के प्रयासों की सराहना की

उपराष्ट्रपति ने फिक्की के 16वें वार्षिक स्वास्थ्य सम्मेलन ‘फिक्की हील 2022’ का उद्घाटन किया

उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने आज देश में स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे के विस्तार के लिए सामूहिक प्रयास और अधिक सार्वजनिक-निजी भागीदारी का आह्वान किया। यह देखते हुए कि भारत में हेल्थ केयर की मांग बड़े पैमाने और विविधता भरी है, उन्होंने “यूनिवर्सल हेल्थ केयर के सामूहिक सपने” को साकार करने के लिए सभी हितधारकों के बीच अधिक सहयोग का आह्वान किया।

फिक्की के 16वें वार्षिक हेल्थकेयर सम्मेलन – फिक्की हील 2022, जिसका विषय ‘हेल्थकेयर ट्रांसफॉर्मेशन: ड्राइविंग इंडियाज इकोनॉमिक ग्रोथ’ है, का उद्घाटन करते हुए उपराष्ट्रपति ने भारत में फलते-फूलते चिकित्सा पर्यटन के लिए स्वास्थ्य उद्योग और फिक्की जैसे व्यापार निकायों की सराहना की।

‘हील इन इंडिया’ पहल के माध्यम से भारत को मेडिकल और वेलनेस टूरिज्म के वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने की सरकार की पहल का उल्लेख करते हुए, श्री धनखड़ ने ‘प्रमुख स्वास्थ्य पर्यटन स्थल’ बनने के लिए भारत की क्षमता का उपयोग करने के प्रयासों को दोगुना करने का भी आह्वान किया।

कोविड महामारी के साथ भारत के अनुभव को याद करते हुए, उपराष्ट्रपति ने स्वास्थ्य कर्मियों और वैज्ञानिकों को उनके योगदान के लिए श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि भारत ने न केवल अपने नागरिकों को एक छोटी अवधि में टीका लगाया है, बल्कि कई देशों को टीके भी निर्यात किए हैं।

उपराष्ट्रपति ने यह भी कहा कि स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के अथक प्रयासों के कारण, भारत ने 1990 से शिशु मृत्यु दर जैसे स्वास्थ्य संकेतकों में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की है और हम सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को प्राप्त करने की ओर अग्रसर हैं।

मेगा स्वास्थ्य कार्यक्रम, ‘आयुष्मान भारत’ का उल्लेख करते हुए, श्री धनखड़ ने कहा कि इस योजना ने देश में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच के मामले में अमीर और गरीब के बीच की खाई को पाटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

इस बात पर जोर देते हुए कि स्वास्थ्य सेवा राष्ट्र निर्माण के सबसे महत्वपूर्ण स्तंभों में से एक है, उपराष्ट्रपति ने कहा कि “स्वास्थ्य और शिक्षा दो बेहद जरूरी क्षेत्र हैं जिनकी हमारे वर्तमान और भविष्य की भलाई के लिए अच्छी तरह से देखभाल और पोषण की आवश्यकता है”।

कार्यक्रम के दौरान डॉ. संगीता रेड्डी, पूर्व अध्यक्ष, फिक्की, श्री गौतम खन्ना, अध्यक्ष, फिक्की स्वास्थ्य सेवा समिति, डॉ. हर्ष महाजन, सह-अध्यक्ष, फिक्की स्वास्थ्य सेवा समिति, फिक्की स्वस्थ भारत टास्क फोर्स के अध्यक्ष ब्रिगेडियर डॉ. अरविंद लाल, फिक्की के महानिदेशक श्री अरुण चावला और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

उपराष्ट्रपति का पूरा भाषण यहां पढ़ें-

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