छतरपुर। जनपद शिक्षा केन्द्र बिजावर अंतर्गत पदस्थ पांच सीएसी व 8 अन्य संविदा कर्मचारियों की वेतन के लाले पड़े हैं। चूंकि वे कर्मचारी प्रतिनियुक्ति और संविदा पर हैं इसलिए इनकी वेतन नहीं दी जा रही है। बताया जा रहा है कि बीआरसीसी की वेतन व्यवस्था के तहत किसी अन्य स्थान से निकलती है इसलिए वे प्रतिनियुक्ति और संविदा पर काम कर रहे कर्मचारियों की वेतन से वेफिक्र हैं।
संबंधित कर्मचारियों ने जिला परियोजना समन्वयक को आवेदन देकर वेतन दिलाने की मांग की है। कांग्रेस नेता अजय दौलत तिवारी ने जिला प्रशासन के माध्यम से मांग उठाई है कि पीडि़त किसान परिवार को 10 लाख की राहत राशि उपलब्ध कराई जाए ताकि मृत किसान के मासूम बच्चों का पालन पोषण हो सके।
उन्होंने बीते रोज पीडि़त परिवार से मुलाकात करते हुए उनको ढांढस बंधाया और कहा कि वे पीडि़त परिवार के साथ हैं। मृत किसान के बच्चों की शिक्षा और पालन पोषण में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होने नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल भैया को भी इस मामले की जानकारी दे दी है।उल्लेखनीय है कि विगत सप्ताह धुबेला मोहल्ले के रामभरोसे श्रीवास ने अपने खेत पर लगे एक पेड़ से लटककर फांसी लगा ली थी।
पीडि़त परिवार ने दौलत तिवारी को बताया कि वे आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे। सरकार ने एक साल पहले उनकी कुटीर स्वीकृत की थी लेकिन फिर भी सचिव के कारण उन्हें राशि की किश्त नहीं मिल पा रही थी।परिवार से राशि के एवज में रिश्वत मांगी जा रही थी। पांच भाईयों के इस परिवार में रामभरोसे अपने लिए घर बनाना चाह रहा था लेकिन राशि न मिल पाने के कारण उसका सपना पूरा नहीं हो पाया। इन्हीं सब कारणों के चलते पीडि़त किसान ने आत्महत्या कर ली थी।
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