वैज्ञानिकों को मिली 14000 साल पहले बेक की गई डबलरोटी

लंदन ।  प्राचीन सभ्यताओं से मनुष्य की जीवनशैली का पता चलता है। इंसान का सफर कब से शुरू हुआ, उसने कब खाना सीखा, प्राचीन मनुष्‍य क्‍या-क्‍या पकाता था, ऐसे तमाम सवालों के उत्तर ऐसी ही सभ्यताओं मिली वस्तुओं के शोधों से मिलता है।

ऐसे ही सवालों के जवाब तलाशने में जुटे वैज्ञानिकों को 14400 साल पहले बेक की गई ब्रेड (डबलरोटी) के टुकड़े मिले हैं।नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज के जर्नल प्रोसीडिंग्‍स में छपी रिपोर्ट्स में अंदाजा लगाया गया है कि यह ब्रेड इनसान के खेती शुरू करने के भी 4000 साल पहले की है।

यह ब्रेड पूर्वोत्‍तर जॉर्डन की आर्कियोलॉजिकल साइट पर खुदाई के दौरान मिली है। पुरातत्‍व विशेषज्ञों का कहना हैकि जंगली अनाज से बनी ब्रेड से प्रेरित होकर शिकार करने वाले इनसानों ने अनाज की खेती करनी शुरू की होगी। यूनीवर्सिटी ऑफ कोपेनहेगन,

यूनीवर्सिटी कॉलेज ऑफ लंदन और यूनीवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज ने पुरातत्‍व विशेषज्ञों ने ब्‍लैक डेजर्ट में स्‍थित शिकारियों के जमा होने वाले स्‍थान नातुफियन में जली हुई ब्रेड के टुकड़े मिले हैं। इस स्‍थान को शुबेयका भी कहते हैं। ब्रेड के टुकड़ों का आकलन करने के वाले विशेषज्ञों ने बताया कि प्राचीन मानव जौ, ओट्स और एक तरह के प्राचीन को पीसकर, छानकर और उसका आटा गूंथकर रोटियां पकाते थे।

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