लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानमंडल के आज से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र के हंगामेदार होने के आसार हैं। सरकार की घेराबंदी के लिए जहां विपक्ष पूरी तैयारी में है, वहीं सत्ता पक्ष भी जवाब देने को तैयार है।
उत्तर प्रदेश की 17वीं विधानसभा का शीतकालीन सत्र 22 दिसंबर तक चलेगा। इसमें अनुपूरक बजट के अलावा यूपीकोका जैसे विधेयक भी पारित होंगे। बिजली दर वृद्धि, बिगड़ी कानून व्यवस्था, किसान कर्ज माफी, नगर निकाय चुनाव में गड़बड़ी व महंगाई आदि मुद्दों को विपक्ष पहले ही दिन उठाएगा।
उधर, सदन की कार्यवाही सुचारु रूप से चलाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कल सर्वदलीय बैठक में सभी दलों से सहयोग मांगा। उन्होंने कहा, वाणी व व्यवहार के स्तर पर कार्यवाही मर्यादित व लोकतांत्रिक वातारण में संचालित हो।
मुख्यमंत्री व नेता सदन योगी आदित्यनाथ ने व्यक्तिगत आरोप प्रत्यारोप से बचने की सलाह दी। नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने सदन चलाने में पूरी मदद का आश्वासन देते हुए कहा कि सत्ता पक्ष भी विपक्ष को आईने की तरह देखें।
#UttarPradesh assembly's Winter Session to begin from today (file pic) pic.twitter.com/fs2scl4aiJ
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 14, 2017
विधानभवन के सभाकक्ष में कल आयोजित बैठक में पिछले सत्र में विपक्ष के बहिष्कार की चिंता भी नजर आयी परंतु विपक्षी नेताओं ने भरोसा दिलाया कि सदन चलाने में भरपूर सहयोग किया जाएगा और पूर्ववर्ती सत्र जैसे हालात उत्पन्न नहीं होंगे। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जनतंत्र को मजबूत करने की सत्ता व विपक्ष दोनों की जिम्मेदारी होती है। दोनों ही प्रदेश की 22 करोड़ जनता के हितों और भावनाओं के संरक्षक हैं। वाद-विवाद होने की स्थिति में सदस्यों को संयमित व्यवहार रखना चाहिए। नेता सदन योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार अधिक से अधिक सदन चलाने के साथ रचनात्मक बहस की पक्षधर है।
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