न्यूज़ डेस्क : एक शानदार फिल्म के लिए ओमंग कुमार बी, राज शांडिल्य और कुणाल शिवदसानी जैसे तीन क्रिएटिव पावरहाउस फिल्ममेकर्स का साथ आना जरूरी था और अब जल्द ही यह तिकड़ी बड़े परदे पर प्रेरणापूर्ण कहानी लेकर आ रहे हैं | अपनी व्यक्तिगत संवेदनाओं को एक साथ समेटते हुए, इन तीन फिल्म निर्माताओं ने खुशवंत सिंह द्वारा लिखित, रूपा पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित किताब ‘टर्बन टोर्नेडो ‘ पर आधारित फिल्म ‘फौजा ‘ की घोषणा की। यह फिल्म 109 वर्षीय फौजा सिंह की वास्तविक जीवन की कहानी है (जिसे सिख सुपरमैन के रूप में जाना जाता है) जिन्होंने मैराथॉन धावक के रूप में विश्व रिकॉर्ड तोड़कर, इस उम्र में भी अपनी ऊर्जा संचार का प्रदर्शन कर लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया था। इन तीन पावरहाउस फिल्ममेकर्स ने इस बायोपिक के लिए बहुत कड़ी मेहनत की है और उनकी कहानी आज की जनरेशन को उनकी अद्भुत यात्रा द्वारा प्रेरित करेगी।
ओमंग कुमार बी द्वारा निर्देशित यह फिल्म फौजा सिंह के जीवन पर आधारित है जो दुनिया के सबसे बुजुर्ग मैराथॉन धावक हैं । यह फिल्म उनकी प्रेरणादायक एवं उतार-चढ़ाव वाली यात्रा को दर्शाएगी।
मैरी कॉम और सरबजीत जैसी फिल्मों का निर्देशन और सह-निर्माण कर चुके ओमंग कुमार बी का मानना है, “फौजा सिंह की कहानी उनके खिलाफ खड़ी की गई अजीबोगरीब बाधाओं को दर्शाती है | उनकी इच्छाशक्ति उन्हें अपने पैरों पर खड़ा करती है, जिन्हें समाज और उनकी उम्र के कारण चिकत्सीय रूप से चुनौती दी जाती है।”
निर्माता कुणाल शिवदसानी, अलेया मोशन मैजिक का मानना हैं,”यह एक ऐसे व्यक्ति की खूबसूरत कहानी है जिसे मैराथॉन में दौड़ने के जुनून का एहसास होता है, जो उसके वर्ल्ड आइकॉन के रूप में पहचान दिलानेवाली एपिक यात्रा को दर्शाती है। अंतत: जिसने उन्हें मानवता में बदलाव लाकर दुनिया पर अपना प्रभाव बनाने के लिए निर्देशित किया। ओमंग मेरे बहुत करीबी दोस्त हैं और इस फिल्म के लिए हम दोनों ही एक सामान दृष्टिकोण साँझा करते है। उन्होंने मैरी कॉम और सरबजीत जैसी दो सफल बॉयोपिक फिल्मों का निर्देशन किया है, इन फ़िल्मों को देश की सर्वश्रेष्ठ बायोपिक में से एक मानी जाती है। इस फिल्म के लिए हम दोनों ही एक समान दृष्टिकोण साझा करते है, इसलिए हमने सर्व सहमति से ओमंग को इस फिल्म के निर्देशन के लिए चुना | हम दर्शकों के समक्ष यह फिल्म प्रस्तुत करने के लिए बेहद उत्साहित हैं क्योंकि हम जानते हैं कि वे पिछले कुछ समय से सिनेमा से वंचित रहे हैं |”
साथी निर्माता, राज शांडिल्य कहते हैं, “फौजा सिंह एक असली हीरो हैं यह एक ऐसी है जो हमें एक ऐसे सफर पर लेकर जाएगी जहाँ हमें यह एहसास होगा कि हमारे दादा दादी किस उतर चढाव से गुज़रें हैं ,और हमें इस फिल्म से तुरंत जोड़ेगी |”
Comments are closed.