न्यूज़ डेस्क : देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तीन लाख के पार पहुंच गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16-17 जून को सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों व उपराज्यपालों से बातचीत करेंगे। केंद्र सरकार के उच्चपदस्थ सूत्र बताते हैं कि देश में अनलॉक-1 जैसी स्थिति बरकरार रह सकती है। हालांकि इस बार लोगों को कुछ नए और सख्त प्रावधान देखने को मिलेंगे।पूर्ण लॉकडाउन की संभावना न के बराबर है।
जिन राज्यों में कोरोना संक्रमण के ज्यादा मामले आ रहे हैं, वहां के लिए अलग हिदायतें जारी होंगी। ऐसे राज्यों में ऑड-ईवन जैसी शर्तों के साथ पब्लिक ट्रांसपोर्ट चलाया जा सकता है। मार्केट के लिए भी ऐसे ही नए नियम देखने को मिलेंगे। कोविड-19 टेस्ट का दायरा बढ़ाने और कंटेनमेंट जोन के लिए नए दिशा-निर्देश जारी होने की संभावना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को 21 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों एवं उपराज्यपालों से बातचीत करेंगे। उसके अगले दिन 15 राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उप राज्यपालों के साथ प्रधानमंत्री की बातचीत का कार्यक्रम तय किया गया है। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए होने वाली इस बातचीत में पीएम मोदी, मुख्यमंत्रियों और उपराज्यपालों से कोरोना संक्रमण की मौजूदा स्थिति पर चर्चा करेंगे।
स्वास्थ्य मंत्रालय नई गाइडलाइंस जारी कर सकता है : इस बातचीत से पहले ही लोगों में यह चर्चा शुरु हो गई थी कि 17 जून के बाद देश में लॉकडाउन लग सकता है। सोशल मीडिया पर जब यह मैसेज वायरल हुआ तो केंद्र सरकार ने साफ कर दिया कि अभी ऐसी कोई संभावना नहीं है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अमित शाह से मुलाकात के बाद कहा है कि दिल्ली में लॉकडाउन जैसे कुछ नहीं हो रहा। कर्नाटक के चिकित्सा शिक्षा मंत्री के. सुधाकर ने लॉकडाउन फिर से लागू किए जाने की खबरों का खंडन करते हुए कहा है कि यह सवाल ही नहीं उठता।
केंद्र सरकार के सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कोरोना को लेकर राष्ट्रीय आपदा प्राधिकरण और स्वास्थ्य मंत्रालयों की रिपोर्ट पर मुख्यमंत्रियों से चर्चा करेंगे। इसी रिपोर्ट के आधार पर यह तय होगा कि अनलॉक-1 को यूं ही आगे बढ़ाया जाए या उसमें सख्ती की जाए। हालांकि केंद्र सरकार, स्वास्थ्य मंत्रालय और आईसीएमआर की जिस सलाह पर काम कर रही है, उसके तहत लॉकडाउन होने की संभावना बहुत कम है।
सरकार अनलॉक-1 की मौजूदा शर्तों में जोन और टेस्ट की संख्या के अनुसार बदलाव कर सकती है। गुजरात, दिल्ली और महाराष्ट्र जैसे राज्य, जहां पर कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं, यहां के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय नई गाइडलाइंस जारी कर सकता है।
Comments are closed.