देशभर के 300 से अधिक दृष्टि दोष विशेषज्ञों (आप्टोमेट्रिस्ट) का दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन ‘दृष्टि मंथन’ 14, 15 दिसंबर को इंदौर में
- सम्मेलन में बच्चों एवं युवाओं में तेजी से बढ़ रहे माइनस नंबर के चश्में के कारण निदान एवं रोकथाम पर होगा मंथन
- कंप्यूटर,मोबाइल एवं टी. वी. के अधिक उपयोग से आँखों पर होने वाले दुष्प्रभाव को विशेष प्रकार के आधुनिक तकनीकी के काँच से निर्मित चश्मे द्वारा रोकथाम पर होंगे व्याख्यान।
इंदौर, नवंबर 2019: इंदौर डिविजनल आप्टोमेट्री वेलफेयर एसोसिएशन एवं आप्टोमेट्री काउंसिल ऑफ इंडिया के संयुक्त संयोजन से 2 दिवसीय राष्ट्रीय दृष्टि दोष विशेषज्ञ सम्मेलन “दृष्टि मंथन” का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें शरीक होने हेतू समूचे मध्य प्रदेश के अलावा ,महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, बिहार, तमिल नाडु, उत्तराखंड के साथ ही देशभर से करीब 300 ऑप्टोमेट्रिस्ट सहित अमेरिका व दुबई के आप्टोमेट्रिस्ट भी अपना पंजीयन करवा चुके है। यह कांफ्रेंस 14 दिसंबर को चोइथराम नेत्रालय और 15 दिसंबर को ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित होगी। जिसमें देश के नामचीन ऑप्टोमेट्रिस्ट के व्याख्यान होंगे। कांफ्रेंस के शुभारंभ सत्र में मप्र के गृहमंत्री श्री बाला बच्चन अध्यक्ष और परिवार कल्याण एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री तुलसी सिलावट मुख्य अतिथि होंगे।
इंदौर डिविजनल आप्टोमेस्ट्री वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेन्द्र वैष्णव एवं सचिव धर्मेन्द्र आनिया ने बताया कि 14 दिसंबर को चोइथराम नेत्रालय में कांफ्रेंस होगी जिसकी मुख्य वक्ता एल. वी. प्रसाद आई हॉस्पिटल की विभागाध्यक्ष डॉ. पद्मजा रानी रहेंगी। जो मधुमेह से आंखों पर होने वाले दुष्प्रभाव की रोकथाम एवम प्रबंधन विषय पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत करेंगी। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में उच्च शिक्षा, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री जीतू पटवारी एवं चोइथराम नेत्रालय के डायरेक्टर श्री अश्विन जी वर्मा होंगे।
वहीं 15 दिसंबर को ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में कांफ्रेंस आयोजित होगी जिसमें नागपुर से आए अंतरराष्ट्रीय वक्ता आप्टोमेट्रिस्ट यशवंत साओजी मुख्य वक्ता होंगे। जो कि बढ़ती उम्र के बच्चों एवं युवाओं में चश्में के माइनस नंबर बढ़ने की रोकथाम हेतु उपाय व प्रबंधन के अलावा कॉन्टेक्ट लेंस की नई विधा टोरिक व मल्टीफोकल लेंसेस पर नई तकनीकी का विस्तार पूर्वक व्याख्यान प्रस्तुत करेंगे। इसी सत्र दूसरे राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वक्ता होंगे हैदराबाद के आप्टोमेट्रिस्ट नागेश वुप्पाला जो टीवी, कम्प्यूटर एवं मोबाइल से होने वाले दुष्प्रभावों से बचाव हेतु कारगर उपाय एवं अल्पदृष्टि हेतु नई तकनिकी एवं डिवाइस पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत करेंगे। एवं लेंस की नई विधाओं एवं आधुनिक तकनीकी विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन प्रेमजीत मूड़बुरी के निर्देशन में किया जा रहा है।
इंदौर डिविजन आप्टोमेट्री वेलफेयर एसोसिएशन के प्रवक्ता गजराज सिंह पंवार ने बताया कि सम्मेलन में जन जागरण के उद्देश्य से “ऑप्टोमेट्रिस्ट- दृष्टि सुरक्षा के सजग प्रहरी” पोस्टर का विमोचन किया जावेगा। साथ ही 15 दिसंबर को ब्रिलियंट कन्वेंशन सेन्टर में दोपहर 2 बजे एक लघु नाटिका का मंचन भी किया जावेगा। संगठन द्वारा आयोजित इस कांफ्रेंस का उद्देश्य जहां एक और आप्टोमेट्री संकाय के बारे में लोगों को अवगत करना है, वहीं आप्टोमेट्रिस्ट को भी नई तकनिकी एवं अन्य पहलुओं पर अपग्रेड करना है।
आप्टोमेट्रिस्ट (दृष्टि दोष विशेषज्ञ)
आंखों की प्राथमिक एवं विस्तृत जांच कर सभी प्रकार के दृष्टि दोष के निवारण हेतु आवश्यकतानुसार उपयुक्त सही नम्बर व अच्छी गुणवत्ता के चश्में, कॉन्टेक्ट लेंस आदि के द्वारा निदान करने के साथ-साथ आवश्यक सुझाव देते है। साथ ही आंखों की जांच के दौरान अन्य बीमारियों की संभावना होने पर उनके निदान एवं उपचार प्रबंधन हेतु उचित सलाह देते है।
कांफ्रेंस का आयोजन
14 दिसंबर – चोइथराम नेत्रालय
15 दिसंबर – ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर
समय – प्रातः 9 बजे से शाम 5 बजे तक।
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