न्यूज़ डेस्क : चेहरे पर हमेशा मुस्कान लिये और -ज्ट के ‘परमावतार श्रीकृष्ण’ के सबसे प्यारे नटखट कान्हा दर्शकों के काफी चहेते हैं। लोग उन्हें प्यार से गोकुल के नंदलाल या नटखट माखन चोर के नाम से जानते हैं, जोकि उनकी प्रशंसा में से ही एक है। अपनी बांसुरी की धुनों और पर्वतों को उंगली पर उठाने या राक्षसों को हराने के अपने ईश्वरीय चमत्कारों से कान्हा हमेशा शांति और खुशहाली फैलाते हैं। हमारे प्यारे कान्हा अपने भक्तों से मिलने के लिये अभी हाल ही खूबसूरत शहर इंदौर पहुंचे। उनकी मासूम मुस्कान हमेशा ही सबके चेहरे पर मुस्कुराहट ले आती है, लेकिन इस बार कान्हा अपने रूप में नहीं थे, क्योंकि उनके दिमाग में कुछ और ही था।
हर दिन कान्हा के ‘दर्शन’ ना कर पाने के कारण इंदौर में उनके भक्त निराश थे और इसकी वजह से कान्हा भी दुखी थे। अपने भक्तों का दुख देखकर कान्हा ने प्रतीकात्मक रूप में सहयोग देने का फैसला किया। पहली बार कान्हा ने अपनी सबसे पसंदीदा चीज माखन से दूरी बनाने का फैसला किया, जब तक कि उनके भक्तों को रोजाना उनके दर्शन ना मिल जाये। अपनी मां के साथ वह केशव उद्यान स्थित एमआईजी काॅलोनी में ‘माखनत्याग’ पर चले गये।
अपनी पसंदीदा चीज त्यागने के बारे में बताते हुए निर्णय समाधिया उर्फ कृष्णा ने कहा, ‘‘इंदौर शहर के भक्त हमें बेहद पसंद करते थे, पर जब हम यहां आये, हमने देखा कि अब लोग हमारा दर्शन रोजाना नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि उनके घर पर -ज्ट नहीं आ रहा है।
उनका दुख बताने के लिये हमने त्याग किया है हम अब माखन त्याग देंगे। हम तब तक माखन को हाथ नहीं लगायेंगे जब तक हमारे भक्तों को शो के द्वारा हमारे दर्शन नहीं हो पाते।’’
इंदौर में कान्हा के माखन त्याग और उनके भक्तों के दुख को देखते हुए लोकल आॅपरेटर्स ने इंदौर-वासियों को आश्वासन दिया है कि वे निश्चित रूप से -ज्ट पर उनका दर्शन उपलब्ध करायेंगे। कान्हा जी के भक्तों को अपने कानों पर भरोसा ही नहीं हो पा रहा था और सारे खुशी के मारे उछल रहे थे। अब वे रोजाना उनके दर्शन कर पायेंगे।
और अपने भक्तों को खुश देखकर कान्हा का चेहरा खुशी से चमक उठा। आखिरकार उन्होंने ताजे माखन के साथ इंदौर की कुछ स्वादिष्ट मिठाइयां खाने का फैसला किया, जिसे यशोदा ने उन्हें प्यार से खिलाया।
इंदौर के लोगों से मिले प्यार और सम्मान से बेहद खुश परदे पर कान्हा की मां यशोदा की भूमिका अदा कर रहीं अभिनेत्री गुनगुन उपारा ने कहा, ‘‘इंदौर के नागरिकों ने हमेशा ही कान्हा को बेहद प्यार किया है और उन्हें सम्मान दिया है। उनकी इस बात ने वाकई में हमारा दिल जीत लिया। कान्हा को अपनी आंखों के सामने देखने की उनके श्रद्धालुओं की इच्छा ने हमें यहां आने पर मजबूर कर दिया। मैं इस शहर के सभी लोगों से आग्रह करना चाहती हूं कि वे -ज्ट उन्हें उपलब्ध कराने के लिये अपने स्थानीय परिचालक से अनुरोध करें और हमारा शो देखते रहें।
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