शाहरुख की जिंदगी का टर्निंग प्वाइंट

शाहरुख खान आज फिल्मी दुनिया के बादशाह कहे जाते हैं, लेकिन इस मुकाम को हासिल करने के लिए उन्हें क्या कुछ नहीं करना पड़ा। इसमें उनकी संगिनी गौरी खान का क्या रोल रहा और इन दोनों में आखिर प्यार कैसे हुआ, यह सब जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। दरअसल बॉलीवुड के तमाम रियल लाइफ कपल में शाहरुख-गौरी सबसे ज्यादा सफल नजर आते हैं। इनके प्यार के किस्से भी खूब मशहूर हुए हैं लेकिन शायद ही आप जानते होंगे कि यह प्रेम कहानी 1984 में दिल्ली के पंचशील क्लब की एक पार्टी से शुरु हुई थी। जहां 19 साल के शाहरुख की नजर, 14 साल की गौरी पर टिकी हुई थी। यह अलग बात है कि तब गौरी किसी और लड़के के साथ डांस कर रहीं थीं, लेकिन शाहरुख को तो उनसे प्यार ही हो गया। तब शाहरुख खासे शर्मीले नौजवान थे इसलिए उन्होंने उस पार्टी में गौरी से बात करने की हिम्मत तक नहीं की। इसके बाद उनकी एक दो और मुलाकातें हुईं और किसी तरह उन्होंने गौरी के घर का फोन नंबर हासिल किया।

गौरी को लुभाने के लिए वो अक्सर गाना गाया करते थे कि ‘गोरी तेरा गांव बड़ा प्यारा मैं तो गया मारा, आके यहां रे’ प्रेम परवान चढ़ा और फिर शिकवे-शिकायतें भी शुरु हो गईं। शाहरुख गौरी के बाल खोलने पर नाराज हो जाया करते थे। एक समय ऐसा भी आया कि गौरी दिल्ली छोड़ मुंबई चली आईं। इसके बाद शाहुरख भी गौरी की तलाश करते हुए मुबंई आ गए। बताते हैं कि मुंबई की दो रातें तो शाहरुख ने अपने एक दोस्त के फ्लैट में गुजारीं, लेकिन जब जब दोस्त के माता-पिता वापस आ गए तो उन्हें वीटी स्टेशन की एक बेंच पर रात गुजारनी पड़ी। इस परेशानी के बावजूद शाहरुख ने गौरी को खोजना जारी रखा और अंतत: शाहरुख ने अपनी मोहब्बत को मुंबई के अक्सा बीच पर ढूंढ़ निकाला। शाहरुख को देखते ही गौरी को रोना आ गया। इसके बाद गौरी दिल्ली वापस लौटीं लेकिन रिश्ते को लेकर वो कुछ कह नहीं पाईं। उन्होंने शाहरुख से भी कुछ समय तक बात नहीं करने को कहा। इस घटना से शाहरुख का दिल टूटा, फिर वो अपने काम में व्यस्त हो गए। इसके बाद ऐसा कुछ हुआ कि दोनों एक हुए और आज जहां शाहरुख लाखों-करोड़ों के दिलों में बसते हैं तो वहीं गौरी शाहरुख के दिल में राज करती हैं।

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