आईसीएआर-एनआईएचएसएडी, भोपाल द्वारा विकसित ‘मुर्गियों के लिए निष्क्रिय कम रोगजनक एवियन इन्फ्लुएंजा (एच9एन2) टीके’ की प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण
आईसीएआर-एनआईएचएसएडी, भोपाल के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित ‘मुर्गियों के लिए निष्क्रिय कम रोगजनक एवियन इन्फ्लुएंजा (एच9एन2) टीके’ को आज मैसर्स ग्लोबियन इंडिया प्रा. लिमिटेड, सिकंदराबाद, मेसर्स वेंकटेश्वर हैचरीज प्रा. लिमिटेड, पुणे, मेसर्स इंडोवैक्स प्रा. लिमिटेड, गुड़गांव और मैसर्स हेस्टर बायोसाइंसेज लिमिटेड, अहमदाबाद को हस्तांतरित कर दिया गया। यह सुविधा एनएएससी, नई दिल्ली में एग्रीनोवेट इंडिया लिमिटेड (एजीआईएन) द्वारा प्रदान की गई। इस कार्यक्रम में डॉ. हिमांशु पाठक, सचिव (डीएआरई) तथा महानिदेशक (आईसीएआर) एवं अध्यक्ष, एजीआईएन, डॉ. बी.एन. त्रिपाठी, डीडीजी (पशु विज्ञान), डॉ. प्रवीण मलिक, सीईओ, एग्रीनोवेट इंडिया लिमिटेड, डॉ. अनिकेत सान्याल, निदेशक आईसीएआर-एनआईएचएसएडी, वाणिज्यिक फर्मों के प्रतिनिधि, आईसीएआर और एजीआईएन के अन्य अधिकारी शामिल हुए।
डॉ. हिमांशु पाठक ने एच9एन2 वायरस के लिए पहले स्वदेशी टीके के विकास में आईसीएआर-एनआईएचएसएडी के वैज्ञानिकों के गंभीर प्रयासों की सराहना की और उद्योग जगत को इसके प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण संबंधी प्रयासों के लिए एग्रीनोवेट इंडिया लिमिटेड (एजीआईएन) की सराहना की। डीडीजी (एएस) ने जोर देकर कहा कि यह टीका भारत और विदेश दोनों ही बाजारों के मानकों पर खरा उतरेगा। यह टीका बीमारी से होने वाले आर्थिक नुकसान को कम करके मुर्गीपालन में संलग्न किसानों की आय बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
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