नई दिल्ली: दिल्ली में कल सीलिंग की सबसे बड़ी कार्रवाई में 400 से ज़्यादा दुकानों पर छापे पड़े. ये एक दिन में सीलिंग की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है जिसके बाद दिल्ली के कारोबारियों ने तय किया है कि वो 13 मार्च को फिर से दिल्ली बंद करेंगे. इस फैसले में 100 से ज़्यादा व्यापारी संगठन शामिल हुए. बैठक में तय किया गया है कि अगर व्यापारियों को सीलिंग से राहत नहीं मिलती तो अब आंदोलन और तेज़ होगा. व्यापारियों की मांग है कि सीलिंग से राहत दिलाने के लिए केंद्र सरकार संसद में बिल लाए तो वहीं दिल्ली सरकार भी विधानसभा सत्र बुलाए और बिल केंद्र सरकार को भेजे.
गौरतलब है कि इससे पहले डीडीए दिल्ली मास्टर प्लान 2021 में कई संशोधन किए थे. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया कि जब तक पर्यावरण से लेकर पार्किंग की समस्या का निदान नहीं होता तो इस तरह के संशोधन नहीं किए जा सकते. सुप्रीम कोर्ट ने मास्टर प्लान में संशोधन के लिए जो दिशा निर्देश दिए हैं उसका पालन करना आसान नहीं है.
वहीं बीजेपी विधायक और डीडीए सदस्य ओपी शर्मा ने कहा है कि केंद्र सरकार इसको लेकर बिल लाएगी. जिसको लेकर मसौदा तैयार किया जा रहा है. सरकार इस मसौदे को कोर्ट के सामने रखेगी, जिसके बाद कोर्ट ये तय करेगा कि दिल्ली में सीलिंग रुकेगी या और तेज़ होगी. फिलहाल सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाए गए मॉनिटरिंग कमेटी ने सीलिंग की कार्रवाई तेज कर दी है. जिसको लेकर व्यापारियों में जबरदस्त गुस्सा है तो वहीं राहत देना भी बड़ी चुनौती है.
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