न्यूज़ डेस्क : पेरू पैवेलियन में दिखेगी देश की ऐतिहासिक विकास यात्रा, भविष्य पर नजर रखते हुए अतीत को जीवंत रखने का प्रयास!
पेरू और भारत व्यापार संबंध!ऽ दुनिया के सबसे तेज विकसित लैटिन अमेरिकी देशों में एक पेरू अपने उत्पादों की बड़ी शंृखला का भारतीय निर्यात बढ़ाने के लिए तैयारऽ निर्यात के नवीनतम मास्टर प्लान में पेरू के सबसे प्राथमिकता वाले देशों में भारत प्रमुख ऽ पेरू से भारत निर्यात होने वाले सबसे महत्वपूर्ण वस्तुओं में काॅपर, सोना, कैल्सियम, जिंक और लेड मिनरल्स के फाॅस्फेट, मछली का आटा, सिंथेटिक केबल, ताजे अंगूर और कोकोआ बीन्स।
7 नवंबर, 2019: पेरू ने देश के विदेश व्यापार एवं पर्यटन मंत्री माननीय एडगर वास्केज़ के नेतृत्व में भूमि आशीर्वाद ग्रहण समारोह के साथ एक्सपो 2020 दुबई के लिए अपनी योजनाओं पर काम शुरू किया। इस अवसर पर पेरू निर्यात एवं पर्यटन संवर्धन आयोग (प्राॅमपेरू) के कार्यकारी अध्यक्ष श्री लुई टाॅरेस, यूएई में पेरू के व्यापार एवं पर्यटन निदेशक और एक्सपो 2020 के लिए पेरू के उप महाआयुक्त अल्वारो सैंटिस्टेबान और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। यह समारोह एक्सपो 2020 के लिए पेरू पैवेलियन निर्माण की आधिकारिक शुरूआत है। मोबिलीटी डिस्ट्रिक्ट में इस निर्माण के साथ देश की सांस्कृतिक विविधता और प्राचीन ज्ञान जीवंत हो कर दुनिया को चकित कर देगा।
‘‘एक्सपो 2020 दुबई दुनिया को यह दिखाने का बड़ा अवसर है कि हम क्या हैं, हम कौन हैं और हम किस मिट्टी के बने हैं। हमारे अद्भुत पर्यटन आकर्षण से लेकर हमारे पुरस्कृत खान-पान तक; हमारी सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक विविधता से लेकर हमारे प्राचीन ज्ञान और अमूर्त विरासत तक और फिर हमारी प्रतिभा, मेजबानी, सर्जना, विशिष्टता, विविधता के साथ-साथ उपलब्ध अवसरों एवं असीम संभावनाओं को रचनात्मक शैली में बढ़ावा देने का यह बड़ा अवसर होगा,’’ पेरू के विदेश व्यापार एवं पर्यटन मंत्री माननीय एडगर वास्केज़ ने कहा।
पैवेलियन का थीम ‘टाइमलेस, आॅलवेज़ पेरू’ है। इसका अद्भुत आर्किटेक्चरल डिज़ाइन देश के अस्तित्व के आरंभ से अब तक की विकास यात्रा दिखाता है जिसमें 10,000 वर्षों की कहानियां व्यक्त की गई है।
‘‘एक देश के रूप में हम हमेशा से समय से आगे हैं और रहेंगे। सदियों बाद भी दुनिया के लिए आश्चर्यजनक हमारी इंका संरचनाएं आगंतुकों को दंग कर देती हैं। समय की सीमा से परे उनकी अभिनव निर्माण तकनीकियां सब को चकित करती हैं। हम ने पूर्वजों से एक समुदाय के रूप में काम करना सीखा है। भविष्य पर नजर रखने के साथ अपने अतीत को याद रखना सीखा है,’’ माननीय एडगर वास्केज़ ने बताया।
पैवेलियन में आखिरी इंका ब्रिज, क्वेसवाशका का प्रतिरूप तैयार किया जाएगा जो आगंतुकांें का स्वागत् करेगा और सदाबहार देश पेरू के अतीत, वर्तमान और भविष्य के बीच सेतु का काम करेगा।
‘‘यह ब्रिज जिसकी संरचना हर साल विभिन्न समुदाय कुस्को में करते हैं उस राह का प्रतीक है जिस पर पेरू अपने पूरे इतिहास में चला है। इसे पोषण विभिन्न प्रभावों और घटनाओं ने दिया है। इसने हमें पहचान दी है जिस पर आज हमें गर्व है। यह उस राह का भी प्रतीक है जिस पर हम अग्रसर हैं जो एक देश के रूप में हमें सुनहरे भविष्य की ओर ले जाएगी।
हमारा एक ऐसा देश है जिसमें असीम संपदा, निर्यात के शानदार उत्पाद और सुंदर पर्यटक केंद्र हैं जो दुनिया को आकर्षित करते हैं। यह विकास यात्रा हमारी जैवविविधता, हमारे इतिहास और सांस्कृतिक विविधता की निरंतरता पर आधारित है और मानवता के बेहतर भविष्य के लिए हमारे योगदान का प्रदर्शन करती है,’’ माननीय वास्केज़ वेला ने बताया।
पूरी दुनिया में प्रचार-प्रसारएक्सपो 2020 दुबई में पेरू की भागीदारी का लक्ष्य पर्यटकों को आकर्षित करना, निर्यात को बढ़ावा देना और देश के अंदर निवेश बढ़ाना है। एक्सपो 2020 दुबई पेरू के उत्पादों जैसे अनएलाइड जिंक, अंगूर, प्राॅन्स टेल्स और अनार आदि चीजों को विश्व बाजार के सामने पेश करने और उनकी मांग बढ़ाने का उपयुक्त मंच होगा।
पेरू पैवेलियन में संभावित निवेशकों के साथ कार्य की बैठकों के लिए खास जगह होगी। इसके अतिरिक्त पर्यटकों के आगमन और होटल इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं कनेक्टिवीटी में निवेश से पर्यटन उद्योग को लाभ होगा। इतना ही नहीं, व्यापार के लिए, विशेष कर सीफूड, अल्पाका और काॅफी के नए बाजार चुने जाएंगे।
श्री लुई टाॅरेस, कार्यकारी अध्यक्ष, प्राॅमपेरू ने बताया, ‘‘हमें इस वल्र्ड एक्सपो में भाग लेने की खुशी है। अब तक के इतिहास में लोगों को इसका बड़ी बेसब्री से इंतजार था। हम सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के साझेदारों से तालमेल के साथ काम करते हुए एक्सपो में पेरू की शानदार भागीदारी सुनिश्चित करेंगे।’’
‘‘एक्सपो 2020 दुबई में पेरू दुनिया के सामने अपनी विभिन्न क्षमताओं का प्रदर्शन करेगा जैसे दुनिया का सबसे बड़े चांदी भंडार होने के साथ-साथ लैटिन अमेरिका का सबसे बड़ा सोना एवं शीशा भंडार होना। पेरू के आमेजन में तेल एवं प्राकृतिक गैस के साथ-साथ वन्य संसाधनों का बड़ा भंडार है। इसके अतिरिक्त यह कोस्ट समुद्री संसाधनों और निर्यात-उन्मुख कृषि-व्यवसायों के लिए प्रसिद्ध है,’’ उन्होंने बताया।
इस साल जनवरी से अगस्त के दौरान पेरू ने यूएई को कुल 610 मिलियन डालर का निर्यात किया जो 2018 की इस अवधि से 344 प्रतिशत अधिक है। यह 2017 में रिकार्ड निर्यात से भी अधिक है। 7 सालों में पेरू ने यूएई को अपना निर्यात 6 मिलियन अमेरिकी डालर से बढ़ा कर 600 मिलियन अमेरिकी डालर से भी ज्यादा कर लिया है।
पेरू पैवेलियन की डिज़ाइन का चयन एक राष्ट्रीय डिज़ाइन प्रतियोगिता से हुआ जिसमें आर्किटेक्ट और देश की अन्य विभिन्न प्रतिभाओं की भागीदारी सुनिश्चित की गई। हैबिटेयर आर्किटेक्चर एण्ड इंजीनियिरंग की इंट्री को सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया और अब एक्सपो 2020 दुबई में यह पेरू के पैवेलियन के रूप में साकार होगा।
टाइमलेस पेरूपेरू को अपने 12 यूनेस्को विश्व विरासत केंद्र और अथाह प्राकृतिक संसाधनों पर गर्व है। इसमें पहेलियों की तरह अद्भुत आर्कियोलाॅजिकल साइट हैं जो प्राचीन सभ्याताओं की कहानी कहते हैं। देश के 31 मिलियन से अधिक निवासी लगभग 50 मातृ भाषाएं बोलते हैं। इनमें स्पेनिश, क्वेचुआ और आयमारा शामिल हैं।
पेरू में विभिन्न संस्कृतियों का जीवंत मिश्रण है। विविधतापूर्ण समुदाय हैं। इनमें कई की जड़ें इंकास और अन्य विशिष्ट पूर्व-कोलंबियाई सभ्यताओं में मौजूद हैं। सांस्कृतिक विरासत आज भी आधुनिक युग के पेरू की कलाओं, रीतियों और परंपराओं में जीवित हैं। अत्यधिक विविधतापूर्ण देश में 11 ईको-क्षेत्र और दुनिया में मौजूद 117 में 84 लाइफ जोन हैं।
पेरू का खान-पान इसकी अपनी संस्कृति की महत्वपूर्ण अभिव्यक्ति है जैसे कि देश का संगीत, साहित्य, वस्त्र और सिरामिक। पैवेलियन में पेरू के तीन क्षेत्रों के लजीज और मशहूर खान-पान प्रदर्शित किए जाएंगे। देश के खान-पान का इतिहास, सम्मिश्रण की मिसाल, इंकास और इंकास-पूर्व से भी पुराना है जो बाद में स्पैनिश काॅलोनियां बसने के बाद उससे प्रभावित हुआ और इसमें प्रवासी समूहों की मांगों को भी शामिल किया गया।
पेरू बहुत अधिक विविधतापूर्ण देश है। पश्चिम में प्रशांत तटीय क्षेत्र के सूखे मैदानों से लेकर देश के उत्तर से दक्षिणपूर्व तक वर्टिकली (उध्र्वाधर) फैले एंडीज़ पर्वतमालाओं की चोटियों से लेकर पूर्व में आमेजन नदी के ट्राॅपिकल आमेजन बेसिन वर्षावन हैं।
-समाप्त-
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