लखनऊ में महिला से सामूहिक दुष्कर्म का प्रयास, बच्ची को छीनकर सड़क पर फेंका

लखनऊ। तेलीबाग रिंग रोड पर रविवार तड़के झाड़ू लगा रही नगर निगम की संविदाकर्मी से तीन वहशियों ने सामूहिक दुष्कर्म का प्रयास किया। महिला के विरोध पर तीनों ने उसे जमकर पीटा और उसकी गोद से मासूम बच्ची को छीनकर सड़क पर फेंक दिया। शोर सुनकर आस पड़ोस के लोग मदद के लिए दौड़े तो आरोपितों ने उन पर पथराव कर दिया। पुलिस ने तीनों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

तेलीबाग रिंग रोड पर रविवार तड़के 27 वर्षीय महिला अपनी चार वर्षीय बच्ची को लेकर झाड़ू लगा रही थी। इस बीच तीन युवक पहुंचे और महिला से छेड़छाड़ शुरू कर दी। महिला के मुताबिक उसने विरोध किया तो तीनों ने उसके कपड़े फाड़ दिए। उसने तीनों वहशियों को धक्का देकर भागने का प्रयास किया तो उन्होंने दौड़ाकर पकड़ा और गोद से चार साल की मासूम बेटी को छीनकर सड़क पर फेंक दिया।

शोर मचाने पर तीनों उसे मुंह दबाकर पीटते हुए स्कूल के अंदर खींचने लगे। हिम्मत जुटाकर महिला ने उन्हें धक्का दिया और शोर मचाया। इस पर उधर से गुजर रहे वृद्ध ने यह देखा तो उसने शोर मचा दिया। शोर सुनकर थोड़ी दूर पर सफाई कर रहे अन्य लोग और महिला का पति भी आ गया। सब आरोपितों को ललकारते हुए दौड़े, तो तीनों पथराव करते हुए भाग निकले। इसके बाद महिला के पति और अन्य लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी और हमले में चोटिल बच्ची को अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी।

पुलिस ने महिला के पति की तहरीर पर तीनों के खिलाफ दुष्कर्म के प्रयास, मारपीट व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपितों में रुचि खंड फिरंगी खेड़ा निवासी रिंकू, सुनील और अमित हैं। तीनों को जेल भेज दिया गया है। महिला के पति ने बताया कि वह और उसकी पत्नी, नगर निगम ठेकेदार के अंडर में प्राइवेट सफाई कर्मी हैं।

पुलिस बूथ के सामने हुई घटना: घटना स्थल से 150 मीटर दूर शनिदेव मंदिर पुलिस बूथ है। बूथ के सामने हुई घटना पीजीआइ पुलिस की सक्रियता की कलई खोलती है। घटना से लोगों में आक्रोश है। लोगों ने बताया कि पुलिस क्षेत्र में गश्त नहीं करती। पुलिस अगर गश्त करती तो ऐसी घटना न होती। मुख्य मार्ग पर इस तरह की घटना होना पुलिस के लिए शर्मनाक है।

वृद्ध की सजगता से बची आबरू: घटनास्थल के पास से गुजर रहे वृद्ध की सजगता से महिला की आबरू बची। महिला ने वृद्ध को धन्यवाद दिया। वृद्ध अगर उस समय घटना देखकर न चिल्लाया होता तो बड़ा हादसा हो सकता था। वहशी महिला को मार भी सकते थे।

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