श्रीलंका में किए गए आत्मघाती बम विस्फोटों में तीन भारतीयों की मौत

न्यूज़ डेस्क : ईस्टर के मौके पर रविवार को श्रीलंका में किए गए आत्मघाती बम विस्फोटों में तीन भारतीयों की मौत हो गई। यह घोषणा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने की। मंत्री ने भारतीय उच्चायुक्त के हवाले से कहा कि कोलंबो स्थित नेशनल हॉस्पीटल ने तीन भारतीयों की मौत हो जाने की जानकारी दी है। जान गंवाने वाले ये भारतीय हैं- लोकाशिनी, नारायण चंद्रशेखर और रमेश। सुषमा ने कहा, “हम विस्तृत ब्योरा हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं।” केरल से आईं शुरुआती खबरों में कहा गया था कि एक महिला अपने पति के साथ छुट्टियां मनाने कोलंबो गई थी। आतंकी हमले में दोनों की मौत हो गई।

 

रविवार को हुए इन सिलसिलेवार बम विस्फोटों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 207 हो गई है। इस घटना में 450 से अधिक लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने यह जानकारी दी। तीनों शहर की खासियत को बनाया निशाना l 

 

श्रीलंका के तीन शहर कोलंबो, नेगोम्बो और बट्टिकलोआ के तीन चर्चों में बम धमाके हुए। साथ ही यहां पर ही पांच सितारा तीन होटलों में हमले हुए। इन शहरों की विशेषता भी एक पहलू है, जिसके कारण ये शहर आतंकियों के निशाने पर चढ़ गए।

  1. मिश्रित आबादी वाला शहर है कोलंबो : इसे श्रीलंका की आर्थिक राजधानी कहते हैं। आबादी के हिसाब से यह वहां का सबसे बड़ा शहर है और यहां हर प्रमुख धर्म के लोग रहते हैं। यहां का एंथनी चर्च राष्ट्रीय तीर्थस्थल है, जहां धमाका हुआ। 

 

जनसांख्यिकी : यहां की मेट्रोपोलियन आबादी  56 लाख है। यहां 31.4 प्रतिशत मुसलमान, 31.2 प्रतिशत बौद्ध, 22.6 प्रतिशत हिंदू, 14.6 प्रतिशत ईसाई हैं। 

 

  1. कैथोलिक समुदाय का केंद्र है नेगोम्बो : पश्चिमी तटीय शहर नेगोम्बो श्रीलंका का प्रमुख औद्योगिक शहर है। यहां सबसे अधिक संख्या रोमन कैथोलिक समुदाय की है, साथ ही इनकी अपनी अलग तमिल बोली भी है। यहां के प्राचीन सेंट सेबेस्टियन चर्च पर आतंकी हमला किया गया। 

 

जनसांख्यिकी : यहां की 14 लाख है। यहां 65.31 प्रतिशत रोमन कैथोलिक हैं। इसके अलावा, 14.33 प्रतिशत मुसलमान, 11.7 प्रतिशत बौद्ध और 5.85 प्रतिशत हिंदू हैं

 

  1. बहुसांख्यक हिंदू आबादी का शहर है बट्टिकलोआ : पूर्वी तटीय शहर बट्टिकलोआ श्रीलंका की पूर्व राजधानी था। यहां हिंदू समुदाय अधिकता में है और ईसाई व बौद्ध अल्पसंख्यक हैं। यह एक द्वीप पर बसा है। यहां के प्रसिद्ध सिय्योल चर्च में हमला हुआ। 

जनसांख्यिकी : यहां की आबादी 95,489 लाख है। यहां 64.6 प्रतिशत हिंदू हैं। इसके अलावा, 25.5 प्रतिशत मुसलमान, 8.8 प्रतिशत ईसाई और मात्र 1.1 प्रतिधत बौद्ध हैं। 

श्रीलंका का राष्ट्रीय तीर्थस्थल है सेंट एंथनी चर्च  : कोलंबो स्थित सेंट एंथनी चर्च डच औपनिवेश काल का है, इसे राष्ट्रीय तीर्थस्थल घोषित किया जा चुका है। यह गिरिजाघर पादुआ के संत एंथोनी को समर्पित है। यहां के मुख्य द्वार पर संत एंथोनी की जीभ का एक अंश कांच के जार में सुरक्षित रखा हुआ है। पास में उनकी मूर्ति है।

 

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