श्री पीयूष गोयल आर्थिक एवं निवेश समिति की मंत्रिस्तरीय बैठक की सह-अध्यक्षता करने के लिए 18-19 सितंबर, 2022 को सऊदी अरब का दौरा करेंगे
श्री पीयूष गोयल और सऊदी ऊर्जा मंत्री वेस्ट कोस्ट रिफाइनरी परियोजना, ट्रांस-ओशन ग्रिड, ग्रीन हाइड्रोजन, खाद्य सुरक्षा, फार्मास्युटिकल, ऊर्जा सुरक्षा और भारत में 100 अरब डॉलर के निवेश की सऊदी योजना सहित प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर चर्चा करेंगे
वाणिज्य मंत्री श्री गोयल आर्थिक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए अपने सऊदी समकक्ष महामहिम डॉ. माजिद बिन अब्दुल्ला अलकासाबी से मिलेंगे
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री श्री पीयूष गोयल सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्री एचआरएच प्रिंस अब्दुल अजीज बिन सलमान के साथ आर्थिक एवं निवेश समिति की मंत्रिस्तरीय उद्घाटन बैठक की सह-अध्यक्षता करने के लिए 18-19 सितंबर 2022 को सऊदी अरब के 2 दिवसीय दौरे पर होंगे।
यह मंत्रिस्तरीय समिति भारत- सऊदी अरब सामरिक भागीदारी परिषद के ढांचे के तहत स्थापित दो मंत्रिस्तरीय कार्यक्षेत्रों में से एक है। सर्वोच्च स्तर पर इसका नेतृत्व भारत के प्रधानमंत्री और सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस द्वारा किया जाता है।
आर्थिक एवं निवेश समिति के विभिन्न संयुक्त कार्य समूहों के तहत हुई प्रगति पर दोनों मंत्रियों के चर्चा करने की उम्मीद है। उम्मीद है कि दोनों पक्ष वेस्ट कोस्ट रिफाइनरी परियोजना, ट्रांस ओशन ग्रिड कनेक्टिविटी, ग्रीन हाइड्रोजन, खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा सुरक्षा और फार्मास्यूटिकल्स सहित प्राथमिकता वाले क्षेत्रों एवं परियोजनाओं में द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूती देने के लिए कार्य योजना तैयार करेंगे। इसके अलावा महामहिम क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान द्वारा फरवरी 2019 में अपनी भारत यात्रा के दौरान की गई भारत में 100 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की प्रगति में तेजी लाने पर भी चर्चा होगी।
यात्रा के दौरान मंत्री का सऊदी अरब के वाणिज्य मंत्री महामहिम डॉ. माजिद बिन अब्दुल्ला अलकासाबी से भी मिलने का कार्यक्रम है। इस दौरान दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों पर व्यापक चर्चा होने की उम्मीद है।
भारत और सऊदी अरब के बीच संबंधों को एक दूरदर्शी सामरिक भागीदारी द्वारा परिभाषित किया गया है जिसका दायरा सहयोग के सभी प्रमुख क्षेत्रों तक विस्तृत है। आर्थिक संबंध इस भागीदारी का एक महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। भारत सऊदी अरब का दूसरा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है और सऊदी अरब भारत का चौथा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है।
भारत के एक प्रमुख सामरिक भागीदार सऊदी अरब की यात्रा से इस गतिशील एवं लगातार बढ़ती रणनीतिक साझेदारी को गति मिलेगी। साथ ही इससे सहयोग के नए क्षेत्रों का मार्ग प्रशस्त होगा जिससे दोनों देशों के बीच वाणिज्यिक एवं व्यापारिक संबंधों को और मजबूती मिलेगी।
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