होलोंगी हवाई अड्डा विमान सेवाओं का परिचालन शुरू करने वाला राज्य का तीसरा हवाई अड्डा होगा

केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने ईटानगर के होलोंगी में स्थित ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे का नाम बदलकर “डोनी पोलो हवाई अड्डा, ईटानगर” करने को मंजूरी दी
यह नाम अरुणाचल के लोगों की सूर्य (डोनी) और चंद्रमा (पोलो) के प्रति श्रद्धा को दर्शाता है

विमानों की आवाजाही वर्ष 2014 में 852 उड़ान प्रति सप्ताह से 113 प्रतिशत बढ़कर 2022 में 1817 उड़ान प्रति सप्ताह हो गई है

केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर के होलोंगी में स्थित नए ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे का नामकरण “डोनी पोलो हवाई अड्डाईटानगर” के रूप में करने को अपनी मंजूरी दे दी है।

भारत सरकार ने जनवरी, 2019 में होलोंगी ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के निर्माण को ‘सैद्धांतिक’ स्वीकृति प्रदान की थी। इस हवाई अड्डे को भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) द्वारा केन्द्र सरकार और अरुणाचल प्रदेश की राज्य सरकार के सहयोग से विकसित किया जा रहा है।

अरुणाचल प्रदेश की राज्य सरकार द्वारा इस हवाई अड्डे का नाम ‘डोनी पोलो एयरपोर्ट, ईटानगर’ रखने का प्रस्ताव पारित किया गया था, जोकि सूर्य (डोनी) और चंद्रमा (पोलो) के प्रति लोगों के सम्मान और प्रतीकात्मक रूप से इस राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता है।

वर्तमान में, अरुणाचल प्रदेश में दो हवाई अड्डे – तेजू और पासीघाट –कार्यरत हैं। उत्तर–पूर्वी क्षेत्र को भारत के विकास इंजन के रूप में विकसित करने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप, डोनी पोलो हवाई अड्डा विमान सेवाओं का परिचालन शुरू करने वाला अरुणाचल प्रदेश का तीसरा हवाई अड्डा होगा जिससे उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में हवाईअड्डों की कुल संख्या 16 हो जाएगी। वर्ष 2014 में, इस क्षेत्र में विमान सेवाओं का परिचालन करने वाले कुल नौ हवाई अड्डे थे। विमानों की आवाजाही वर्ष 2014 में 852 उड़ान प्रति सप्ताह से 113 प्रतिशत बढ़कर 2022 में 1817 उड़ान प्रति सप्ताह हो गई है।

अरुणाचल प्रदेश के लोगों की ईटानगर के होलोंगी में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे बनाने की मांग लंबे समय से लंबित थी, जिसे आखिरकार माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण के तहत पूरा किया गया है।

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