जेएसडब्ल्यू समूह का अर्थ केयर अवाॅड्र्स जलवायु-अनुकूल कार्य प्रणालियों पर ध्यान केंद्रित करेगा

जेएसडब्ल्यू समूह का अर्थ केयर अवाॅड्र्स जलवायु-अनुकूल कार्य प्रणालियों पर ध्यान केंद्रित करेगा l मध्यप्रदेश के संगठन 15 जून तक कर सकते हैं नामांकन दाखिल l

 

इंदौर, 17 मई, 2019ः जेएसडब्ल्यू समूह जेएसडब्ल्यू अर्थ केयर अवाॅड्र्स के 9वें संस्करण के विजेताओं को  शोर्ट करने में जलवायु अनुकूल कार्य प्रणालियों (क्लाइमेट-फ्रैंडली प्रैक्टिसेस) पर ध्यान केंद्रित करेगा। मध्यप्रदेश के संगठन एवं संस्थान जिन्होंने अपने उत्पादन तथा उपभोग में स्थानीय स्तर पर विकसित जलवायु अनुकूल कार्य प्रणालियों को लागू किया है, वे 15 जून, 2019 तक अपनी परियोजनाओं को अर्थ केयर अवाॅड्र्स के लिए नामित कर सकते हैं।
अर्थ केयर अवाॅड्र्स के माध्यम से जेएसडब्ल्यू समूह समुदायों, उद्यमियों, उद्योगों और महिलाओं के नेेतृत्व वालेे उद्यमोेंत था षहरी निकायों द्वारा जलवायु परिवर्तन षमन एवं अनुकूलन के लिए किए गए कार्यों एवं इनोवेषंस को सम्मानित करेगा। यह पुुरस्कार ग्रीन हाउस गैस (जीएसजी) के उत्सर्जन में कमी लाने, प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण, ऊर्जा दक्षता में सुधार, विभिन्न क्षेेत्रों में ईको-फ्रैंडली इनोवेटिव विकल्पोें का विकास एवं प्रोत्साहन के लिए अनुकरणीय पहल और हस्तक्षेपों की पहचान करता है औैर उसे सत्यापित करता है और बढ़ावा देता है।

जेएसडब्ल्यू फाउंडेषन की चेयर पर्सन श्रीमती संगीता जिंदल के अनुसार, ‘‘ जलवायु परिवर्तन हमारे जीवन को गंभीर रूप से प्रभावित कर रहा है। भारत में कृशि क्षेत्र पर इस का प्रभाव पहले से ही दिख रहा है। जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को भारत में अत्यधिक गरीबी, प्राकृतिक संसाधनों के क्षरण एवं प्रतिकूल मौसम जैसी चुनौतियों ने और भी जटिल बना दिया है। इसलिए अर्थकेयर अवाॅड्र्स ऐसे जलवायु अनुकूूल प्रक्रियाओं, संचालन और पर्यावरण के अनुकूल इनोवेषन के प्रोत्साहन के लिए प्रति बद्धता और इनोवेषन पर जोर देता है, जिन्हें सहजता से व्यापक तौर पर अपनाया जा सकता है।

 

हमारा प्रमुख प्रयास संसाधन क्षमता को अधिकतम करना और तकनीकी क्षमताओं, संस्थागत तंत्रों, स्थानीय स्तर पर विकसित हस्तक्षेपों, सामुदायिक लचीलापन, ज्ञान के प्रसार, तालमेल एव ंसाझेदारी को मजबूत करना है और इस तरह की कार्य प्रणालियों के प्रबंधन की प्रतिबद्धता को बढ़ावा देना है।’’

जून के मध्य तक प्राप्त प्रविश्टियों का प्रतिश्ठित जूरी द्वारा मूल्यांकन किया जाएगा, जिनमें डाॅ. आर. ए. माषेलकर, एफ.आर.एस. ग्लोबल रिसर्च अलायंस के अध्यक्ष कार्तिकेय वी साराभाई, सेंटर फाॅर एन्वाॅयरमेंट एजुकेषन के संस्थापक निदेषक राजेेंद्र षिंदे, चेयरपर्सन, टीईआरआर ई सुश्री अनीता बेनिंजर, कार्यकारी निदेषक, सीडीएसएए श्री रजत गुप्ता, निदेषक, मैकिंजी एंड कंपनी, श्री चंद्रभूशण, उप महानिदेषक, सीएसइ डाॅ. सुहासवानी, निदेषक, आईसी आर आई एस एटी डेवलपमेंट सेंटर डाॅ. अजय माथुर, महानिदेषक, टेरी श्रीरवि सिंह, महासचिव एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, डब्ल्यू डब्ल्यू एफ-इंडिया सुश्री सीमा अरोड़ा, उप महानिदेषक, सी आई आई और डाॅ. राकेष के आर सिंह, निदेषक, नेषनल एन्वाॅयरमेंटल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट शामिलहैं।

 

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