न्यूज़ डेस्क : पीसीएस-2018 की मुख्य परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने राहत प्रदान की है। संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा की तर्ज पर इस बार आयोजित होने जा रही पीसीएस मुख्य परीक्षा के पैटर्न को लेकर प्रतियोगी छात्रों के बीच भ्रम की स्थिति थी लेकिन, आयोग ने मंगलवार को विज्ञप्ति जारी कर स्पष्ट कर दिया कि नए पैटर्न पर होने वाली परीक्षाओं में किस तरह के कितने सवाल पूछे जाएंगे। इससे मुख्य परीक्षा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों की राह अब आसान हो गई है।
आयोग के कैलेंडर में पीसीएस मुख्य परीक्षा 17 जून से प्रस्तावित है और अभ्यर्थियों के पास तैयारी के लिए तकरीबन ढाई माह का समय बाकी रह गया है। नए पैटर्न पर होनी वाली इस परीक्षा में अब अनिवार्य विषय सामान्य अध्ययन के दो प्रश्नपत्रों की जगह चार प्रश्नपत्र आएंगे।
अब तक मुख्य परीक्षा में सामान्य अध्ययन के प्रश्नपत्र में वस्तुनिष्ठ प्रकार के सवाल पूछे जाते थे लेकिन, नए पैटर्न के तहत चारों प्रश्नपत्रों में लघु उत्तरीय एवं दीर्घ उत्तरीय प्रकार के सवाल पूछे जाएंगे। सामान्य अध्ययन के प्रत्येक प्रश्नपत्र में सवालों की संख्या 20 होगी और सभी सवाल अनिवार्य होंगे। प्रत्येक प्रश्नपत्र में 10 सवाल लघु उत्तरीय एवं 10 सवाल दीर्घ उत्तरीय होंगे। लघु उत्तरीय प्रश्नों के उत्तरों की शब्द सीमा 125 और दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों के उत्तरों की शब्द सीमा 200 होगी।
अनिवार्य विषय हिंदी एवं निबंध और वैकल्पिक विषय के प्रश्नपत्र पूर्व की भांति यथावत रहेंगे। हालांकि अब तक दो वैकल्पिक विषय होते थे लेकिन नए पैटर्न के तहत होने वाली मुख्य परीक्षा में केवल एक वैकल्पिक विषय होगा।
गौरतलब है कि आयोग ने 30 मार्च को ही पीसीएस-2018 की प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम घोषित किया है। इसमें 19096 अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा में शामिल होने के लिए सफल घोषित किया गया है। इस परीक्षा के तहत पीसीएस के 988 पदों पर भर्ती होनी है।
वर्षों बाद इतनी बड़ी संख्या में पद आए हैं जबकि परीक्षा का पैटर्न बिल्कुल नया है। ऐसे में अभ्यर्थी मांग कर रहे थे कि मॉडल पेपर जारी किया जाएगा। आयोग ने मॉडल पेपर तो जारी नहीं किया लेकिन नए पैटर्न को स्पष्ट कर दिया, जिससे मुख्य परीक्षा में शामिल होने जा रहे अभ्यर्थियों को काफी राहत मिलेगी।
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