आजाद लब : देश को जय जवान- जय किसान के बाद जय युवान की जरुरत

जय जवान- जय किसान के बाद जय युवान कब होगा इसका इंतज़ार इस देश का युवा कर रहा है l  वर्तमान मोदी सरकार अपने शपथ लेने के बाद से अब तक एक मुद्दा और नारा जो पूरे देश में देती है कि भारत सबसे युवा देश है और उसकी ताकत युवा है l परंतु या अजीब विडंबना है या दुर्भाग्य है की देश में इन युवाओं की स्थिति सबसे बदतर है l जिसे अपना सबसे बड़ी ताकत यह सरकार समझती है उनका बजट यानी शिक्षा बजट सिर्फ 3.71% l

 

देश में शिक्षा की हालत बद से बदतर है युवाओं  के पास डिग्री है परन्तु काम नहीं है क्योंकि वह कुशल नहीं है l देश मे शिक्षा की व्यवस्था है परन्तु वह इस लायक नहीं है कि किसी को रोजगार के लायक बना सके l  तो युवा बेरोजगार है l एक आंकड़ा यह है कि देश में किसानों से अधिक मृत्यु युवकों की हो रही है ,परंतु इस मुद्दे को कोई दल नहीं उठाता और ना कोई उठा रहा है l देश में एजुकेशन लोन सबसे ऊंची दरों पर यानी न्यूनतम 10 परसेंट से चालू होते हैं और 16% तक जाते हैं l जब कार लेना हो, घर लेना हो, बिजनेस करना हो यह सारे लोन एजुकेशन लोन से सस्ते हैं l  देश के  युवकों को जो अपनी पढ़ाई के लिए लोन ले रहे हैं उनसे सबसे अधिक इंटरेस्ट देना पड़ रहा है l युवक अच्छी शिक्षा के लिए पूरे देश भटकता है और वह मिल नहीं पाता और जहां अच्छी शिक्षा है इतना फीस है की  सामान्य वर्ग या  बोले तो फिर देश के 80% लोग इस देश में शिक्षा पाने के लिए आर्थिक रूप से योग्य नहीं है l  उनके पास पैसा नहीं है l एक और आंकड़ा यह है कि देश के शिक्षा बजट के लगभग बराबर ही देश से पलायन कर विदेशों में शिक्षा लेने जो बच्चे  जाते हैं , वह खर्च और देश की शिक्षा का बजट दोनों एक ही है l छात्र एजुकेशन लोन नहीं  चूका पा रहे है  l उसका ध्यान नहीं है सरकार को कि बच्चों को समय दिया जाए उनको भविष्य बनाने का l

 

 देश में किसान आंदोलन लगातार चल रहे हैं और कभी बंद नहीं होता ,कभी किसी पर देश में कभी किसी पर देश में चलता रहता है l उसके आगे राजनीतिक मजबूरी के कारण सत्ता के लालच के कारण सरकारें किसानों का स्थाई समाधान ना देते हुए कर्ज माफी का रास्ता अपना रही है ,जो कि देश की कृषि को और बुरे स्थिति में ले जा रहा हैं l 

 

यह बात सभी सरकारे जानती है परंतु सत्ता का लोभ यह गलत कार्य उनसे करा रहा है और किसी राजनीतिक दल में या नेता में हिम्मत नहीं है कि वह बोले कि देश हित में या किसान हित में नहीं है l दूसरा जवानो की जो सबसे पुरानी मांग थी वन रैंक वन पेंशन इस ने दे दी l परंतु जो सबसे महत्वपूर्ण कार्य है शिक्षा वहां सभी सरकारों ने उसकी उपेक्षा की शिक्षा बजट बढ़ता है परंतु इतना नहीं बढ़ता कि देश की शिक्षा व्यवस्था बदल जाए l मोदी सरकार की ही बात करें तो इन्होंने पूरे अपने बजट का 3.7% शिक्षा पर दिया है, जो कि इतने विशाल देश में ऊंट के मुंह में जीरा है और इस बजट के साथ हम युवा की बात करते हैं तो शायद हम युवाओं को धोखा ही दे रहे हैं l

 

परंतु किसान चुनाव से जुड़ा है, चुनाव वोट से जुड़ा है ,वोट सत्ता से जुदा है और सत्ता है तो सब है और अब यह मान ले की सत्ता ही सब कुछ है l युवा देश का भविष्य है उसके तरफ किसी सरकार का ध्यान नहीं है और इस सरकार ने नारा ही लगाया था  कि अच्छे दिन आने वाले हैं , परन्तु  युवा बड़े निराश हैं कि अच्छा दिन किसका आएगा जो सत्ता में है उनका या जो सत्ता तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण योगदान निभाते हैं अपना वोट देकर किसान उनका l  देश में लगभग तीन लाख करोड़ बड़े व्यवसायियों के लोन माफ किए गए हैं परंतु देश का शिक्षा बजट सिर्फ 21467 लाख करोड है , इस देश में जय जवान जय किसान के बाद जय युवान के आंदोलन की जरुरत है l जो युवाओं को शक्ति दे ताकत दे और युवा मजबूत होकर देश को मजबूत बनाने में अपना योगदान दें l 

                    विश्वबंधु ( संपादक )

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