न्यूज़ डेस्क : कोरोना वायरस के कहर से पूरी दुनिया त्रस्त है। इसके मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। दुनियाभर में अब तक कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या दो करोड़ 22 लाख से अधिक हो चुकी है जबकि मरने वालों की संख्या भी सात लाख 80 हजार के पार हो चुकी है। इसको लेकर लगातार रिसर्च हो रहे हैं। इस बीच अमेरिकी वैज्ञानिकों ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है।
उनका दावा है कि कोरोना से संक्रमित लोगों में से 80 फीसदी दूसरों को संक्रमित नहीं करते हैं यानी सिर्फ 20 फीसदी मरीज ही दूसरे लोगों को वायरस से संक्रमित करते हैं। अब तक यही माना जा रहा था कि कोरोना से संक्रमित लगभग सारे मरीज दूसरे स्वस्थ लोगों को संक्रमित कर सकते हैं। आइए जानते हैं इस शोध में और कौन-कौन सी बातें निकलकर सामने आई हैं।
यह शोध अमेरिका के फ्रेड हचिंसन कैंसर रिसर्च सेंटर में किया गया। रिसर्च टीम के मुख्य वैज्ञानिक शिफर, फ्रेड हच पोस्टडॉक्टोरल, आशीष गोयल और ब्रायन मेयर के मुताबिक, शुरुआती अध्ययन में यह सामने आया कि कोरोना वायरस उस समय सबसे ज्यादा फैलता है जब कोई व्यक्ति पूरी तरह से संक्रमित होता है यानी उसमें कोरोना के सारे लक्षण मौजूद होते हैं।
शोध में पाया गया कि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज कई हफ्तों तक वायरस को बहुत कम ही फैलाते हैं। वो दो दिन में किसी एक व्यक्ति को ही संक्रमित कर सकते हैं। शोध के मुताबिक, कोरोना से संक्रमित लोग आमतौर पर दो दिन से भी कम समय के लिए संक्रामक होते हैं।
शोध में यह भी बताया गया है कि जब लक्षणों वाला कोई संक्रमित व्यक्ति बिना मास्क के लोगों की भीड़ में होता है तो वो सबसे ज्यादा खतरनाक हो सकता है। हालांकि शोधकर्ताओं ने इस शोध पर पूरी तरह से विश्वास नहीं जताया है, क्योंकि ये सिर्फ शुरुआती अध्ययन हैं। उन्होंने लोगों से कोरोना वायरस को लेकर सतर्क रहने को कहा है।
विशेषज्ञों की मानें तो फिलहाल कहीं भी घर से बाहर जाना खतरे से खाली नहीं है। इस कोरोना काल में घर में ही रहना ही बचाव का सबसे अच्छा तरीका है। हालांकि अगर पर इमरजेंसी में बाहर जा भी रहे हैं तो जरूरी है कि मास्क लगाकर ही बाहर निकलें और किसी भी चीज को छूने से बचें।
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