न्यूज़ डेस्क : टाटा संस भारत में छोटे और मझले उद्योगों के लिए बाजार का निर्माण कर रही है। जो चीनी ई-कॉमर्स प्लेयर अलीबाबा और गूगल और जोहो जैसी इंटरनेट फर्मों के सिद्ध मॉडलों के तर्ज पर काम करेगा। इस महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य छोटे और मझले उद्योग को अपना व्यवसाय को बढ़ाने के लिए डिजिटल टूल और समाधान उपलब्ध कराना है।
बताया जा रहा है कि टाटा संस की इस नई कंपनी का नाम टाटा बिजनेस हब हो सकता है, जिसका नेतृत्व टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज के एग्जीक्यूटिव वी रामास्वामी कर रहे हैं। मालूम हो कि इससे पहले टीसीएस ने क्लाउड पर आधारित आईटी समाधान उपलब्ध कराने के जरिए छोटे और मझले उद्योग की काफी मदद की है।
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, टाटा बिजनेस हब वास्तव में टीसीएस द्वारा बनाए गए कई डिजिटल टूल को इस्तेमाल करने की इजाजत देता है, इसमें विपणन और नए ग्राहकों के जुड़ाव का उपकरण आदि शामिल हैं। एसएमई के लिए यह टूल अभी नेक्सआर्क नाम के टीसीएस के मंच पर उपलब्ध कराया जा रहा है।
टाटा संस इसके लिए अब बैंक और वित्तीय संस्थानों से रणनीतिक साझेदारी करने की सोच रही है जिससे कि छोटे और मझोले उद्योग अपने कारोबार के लिए पूंजी जुटा सकें।
इस बारे में एक कार्यकारी सदस्य ने बताया, ‘कई छोटी कंपनियां इस समय सस्ते कर्ज का लाभ या किसी तकनीक की मदद नहीं ले पा रही हैं। साथ ही उनके पास ऐसा कोई बाजार भी नहीं है जिस पर वह अपने उत्पाद को दिखा सकें। टाटा बिजनेस हब ऐसा ही एक मंच होगा जो उन्हें इन सब कामों में मदद करेगा।‘
बता दें कि इन दिनों टाटा बिजनेस हब इंडियामार्ट से भी समझौते के लिए बातचीत कर रही है। हालांकि, इसमें अभी तक उसे सफलता नहीं मिली है। ऐसे में टाटा बिजनेस हब असल में एक सलाहकार की टीम भी तैयार कर रही है जो छोटे उद्यमों को उनकी राह में आने वाली चुनौतियों से जूझने में मदद करेगा। इसमें एसएमई सेक्टर के लिए सरकार द्वारा घोषित योजनाओं के बारे में जानकारी देना और उसका फायदा उठाने के लिए उनकी मदद करना भी शामिल है।
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