जांच एजेंसी अब सुशांत के मैनेजर और दूसरे करीबियों से पूछताछ कर यह पता लगाएगी कि क्या किसी निर्माता या निर्देशक ने उन्हें ठेस पहुंचाई थी। फिल्म साइन करने को लेकर किसके साथ कैसा व्यवहार रहा था, इस एंगल से भी जांच होगी…
न्यूज़ डेस्क : बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच में सीबीआई उसी मोड़ पर आ गई है, जहां महाराष्ट्र पुलिस ने इस केस को छोड़ा था। सीबीआई ने सुशांत सिंह के क्राइम सीन को काल्पनिक तरीके से कई बार दोहराया, लगभग 30 लोगों से पूछताछ की, एम्स के डॉक्टरों की टीम ने भी इस केस को आत्महत्या करार दिया, रिया और सुशांत सिंह के आपसी रिश्तों की पड़ताल, बैंक खातों का फोरेंसिक ऑडिट, पीआर एजेंसियां और अप्रत्यक्ष भुगतान की संभावना, जैसे कई पहलुओं को सामने रखकर जांच की गई। अभी तक जांच एजेंसी के हाथ ऐसा कुछ नहीं लगा, जिससे सुशांत सिंह केस में ‘मर्डर एंगल’ पुख्ता हो सके।
अब तक की जांच में एजेंसी को ऐसा कुछ नजर नहीं आया, जिससे ये दावा किया जा सके कि इस मामले में रिया चक्रवर्ती की सीधे तौर पर कोई भूमिका है। हालांकि सूत्रों के अनुसार, जांच एजेंसी इस केस की फाइल अभी बंद नहीं करेगी, अब नए एंगल से मामले की जांच की जाएगी। इसमें सुशांत के मैनेजर सहित बॉलीवुड निर्माताओं और काम दिलाने वाले बिचौलिये से पूछताछ करके यह पता लगाने की कोशिश की जा सकती है कि इनमें से किसी ने कहीं उन्हें खुदकुशी के लिए उकसाया तो नहीं या फिर किसी करीबी ने सुशांत को इस कदर आहत तो नहीं किया, जिससे उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम उठाया था।
जब इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई, तो महाराष्ट्र सरकार ने नाखुशी जताई थी। महाराष्ट्र पुलिस ने बड़े अधिकारियों के अलावा राज्य के गृहमंत्री ने भी सार्वजनिक तौर पर कहा था कि ये सीधे तौर पर आत्महत्या का केस है और इसे जबरन राजनीतिक रंग दिया जा रहा है। 34 साल के सुशांत सिंह राजपूत का शव संदिग्ध परिस्थितियों में 14 जून को उनके मुंबई के अपार्टमेंट में मिला था। मुंबई पुलिस ने अपनी शुरुआती जांच में पोस्टमार्टम के आधार पर इसे आत्महत्या का मामला बताया था।
लेकिन सोशल मीडिया पर जब जस्टिस फॉर सुशांत कैंपेन चला और इसमें राजनीतिक पार्टियां भी शामिल हो गईं, तो मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई। सुशांत के परिवार ने भी उसकी गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती पर कई तरह के गंभीर आरोप जड़ दिए। इनमें सुशांत को कई तरह की दवाइयां देने और पैसों के लिए शोषण करने जैसे आरोप भी थे। यह भी दावा किया गया कि सुशांत सिंह की मौत गला दबाने से हुई है। जिसके बाद प्रवर्तन निदेशालय और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो जैसी जांच एजेंसियां इस केस की जांच में शामिल हो गईं।
रिया के खिलाफ नहीं मिले कोई ठोस सबूत
जांच एजेंसी के सूत्र बताते हैं कि इस मामले में सुशांत सिंह के आवास पर कई बार काल्पनिक सीन दोहराया गया है। इसमें उन लोगों को भी शामिल किया गया, जिन्होंने सबसे पहले सुशांत सिंह राजपूत का शव देखा था। कमरे का दरवाजा कैसे खुला, एंबुलेंस तक ले जाने की स्थिति, आत्महत्या के उस तरीके में शरीर के हिस्से पर कैसे निशान मिलते हैं, इन सबका अनुभव जांच एजेंसी ने एक डमी के साथ किया है। सीबीआई या उससे पहले महाराष्ट्र पुलिस ने जो बात कही थी, अब एम्स के डॉक्टरों की टीम ने भी कुछ वैसा ही कहा है।
टीम को ऐसा कुछ नहीं लगा कि सुशांत की हत्या हुई है। राजपूत के बैंक खातों का फोरेंसिक ऑडिट हुआ। पैसे का लेन-देन कब और किसके साथ हुआ व उसका संदर्भ क्या था, इन बातों की अच्छी तरह छानबीन की गई है। यहां भी जांच एजेंसी को अभी तक की जांच में ऐसा कोई सबूत नहीं मिला, जिसके जरिए यह साबित हो कि रिया चक्रवर्ती ने एक साजिश के तहत सुशांत राजपूत को आर्थिक फायदे के लिए आत्महत्या के लिए उकसाया था।
रिया ने सुशांत के खाते से जो भी पैसे खर्च किए, वो इतने ज्यादा नहीं हैं कि उसे आत्महत्या का कारण मान लिया जाए। बॉलीवुड में कोई भी बड़ा स्टार, वह चाहे महिला है या पुरुष, दोस्तों के लिए इतनी राशि खर्च कर सकता है। राजपूत के पिता ने बिहार पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में आरोप लगाया था कि अभिनेता के बैंक खातों से 15 करोड़ रुपये निकाले गए थे। ऐसा कुछ नहीं था। पिछले पांच वर्षों के दौरान राजपूत के खातों में करीब 72 करोड़ रुपये की राशि रही थी। यहां से रिया द्वारा 55 लाख रुपये खर्च करने की बात सामने आई है।
अब सीबीआई नए एंगल से करेगी जांच
अब इस केस की जांच नए एंगल से होगी। जांच एजेंसी के सूत्रों ने यह पुष्टि कर दी है। सुशांत सिंह राजपूत को काम दिलाने वाले कई बिचौलिए, जिनमें कुछ निर्माता निर्देशक भी शामिल हैं, उनसे पूछताछ होगी। यह जांच पहले ही कर ली गई है कि सुशांत सिंह को किसी का बकाया नहीं देना था। हालांकि एक बार सुशांत ने बैंक को लिखा था कि उसके खाते से जो लोग पैसा निकाल सकते हैं, वह उनकी लेन-देन प्रक्रिया पर नियंत्रण करना चाहते हैं।
जांच एजेंसी अब सुशांत के मैनेजर और दूसरे करीबियों से पूछताछ कर यह पता लगाएगी कि क्या किसी निर्माता या निर्देशक ने उन्हें ठेस पहुंचाई थी। फिल्म साइन करने को लेकर किसके साथ कैसा व्यवहार रहा था, इस एंगल से भी जांच होगी। पहले सुशांत को काम देने की बात हुई और आखिरी मौके पर हीरो बदल दिया गया हो। ऐसे और दूसरे कौने से पेशेवर कारण हो सकते हैं, जिनके आधार पर कोई व्यक्ति इतना ज्यादा प्रताड़ित या परेशान हो जाए कि वह आत्महत्या जैसा कदम उठा ले। बॉलीवुड में पेशेवर प्रतिद्वंद्विता और भाई-भतीजावाद की कहानी का राजपूत पर कोई असर हुआ था, एजेंसी इस पहलू पर भी गौर करेगी।
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