भारतीय थल सेना में जल्द ही महिलाएं भी पुरुषों के साथ मिलकर दुश्मनों के छक्के छुड़ाएंगी। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा, जल्द ही महिलाओं को कॉम्बैट रोल(लड़ाकू भूमिका) देने की तैयारी है। अभी तक दुनिया में कुछ चुनिंदा देश ही ऐसा कर पाए हैं। जानकारों के मुताबिक अभी तक महिलाओं को सेना में चिकित्सा, कानूनी, शैक्षणिक, सिग्नल और इंजीनियरिंग विंग्स में शामिल किया जाता है। व्यावहारिक दिक्कतों की वजह से उन्हें लड़ाकू भूमिका नहीं दी गई है। लेकिन अब महिलाओं को जवान की भूमिका देने की तैयारी है। जनरल रावत की इस पहल पर शहर की महिलाओं से ON time news ने जाने उनके विचार-
दिखानी होगी दृढ़ता और मजबूती
नई भूमिका में आने पर महिलाओं को दृढ़ता और मजबूती दिखानी होगी। हालांकि अब महिलाएं पुरुषों के साथ मिलकर हर क्षेत्र में आगे आ रही है। चाहे बात मैनेजमेंट की हो या फिर कोई ठोस डिसिजन लेने की हर तरह से महिलाएं सक्षम है।
रक्षा गंगवाल, स्टूडेंट
महिलाओं की क्षमता पर किया जाने लगा विश्वास
पिछले साल इतिहास रचते हुए भारतीय वायु सेना ने तीन महिलाओं को फायइटर पायलट के रूप में शामिल किया है। उनकी परफॉर्मेंस देखने के बाद फाइटर पायलट के रूप में और महिलाओं को भर्ती करने का फैसला किया जा सकता है। यानि अब महिलाओं की क्षमता पर विश्वास किया जाने लगा है।
वर्षा डिंगु, स्टूडेंट
100 फीसदी खरा उतरेंगी
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महिलाओं को आगे लाने का यह अच्छा प्रयास है। दुनिया में कई ऐसे देश है जहां लड़ाकू महिला फौजी है। यदि महिलाओं को भी देश सेवा का अवसर दिया जाता है तो यकिनन वे इस पर 100 फीसदी खरा उतरेंगी। देश सेवा में पहले भी महिलाएं अपना योगदान देती रही है।
जयश्री पांचाल, स्टूडेंट
चूल्हे-चौके तक सीमित नहीं
अब वह समय नहीं रहा जब महिलाएं चूल्हा-चौका तक सीमित रहती थी। हाल ही में जिस तरह से निर्णय लिया गया है इससे महिलाओं पर प्रश्नचिंह लगाने वालों के मुंह पर ताला लगेगा। जिस तरह से निर्णय लिया जा रहा है और लड़ाकू महिला फौजी के रूप में नजर आएंगी उससे हम अपने आप को आगे ले जाने की पहल करेंगे।
नितिका वत्स, प्रोफेसर
यहां लड़ाकू महिला फौजी
-जर्मनी, फिनलैंड, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, कनाड़ा, नार्वे, अमेरिका, ब्रिटेन, डेनमार्क, स्वीडन और इजरायल में महिलाएं लड़ाकू दस्तें में हैं।
वर्षा डिंगु, स्टूडेंट
100 फीसदी खरा उतरेंगी
महिलाओं को आगे लाने का यह अच्छा प्रयास है। दुनिया में कई ऐसे देश है जहां लड़ाकू महिला फौजी है। यदि महिलाओं को भी देश सेवा का अवसर दिया जाता है तो यकिनन वे इस पर 100 फीसदी खरा उतरेंगी। देश सेवा में पहले भी महिलाएं अपना योगदान देती रही है।
This is one of the best decision… for women’s in defence…. today’s girls are doing there best in there every field …other than army..! And they always came out with flying colours…so i wish here also they ‘ll give there best to indian army with best results…