अक्टूबर 2022 महीने के दौरान भारत सरकार के सभी मंत्रालयों/ विभागों में स्वच्छता के लिए विशेष अभियान 2.0 चलाया जा रहा है। इस बार देश भर में अधीनस्थ/ संबद्ध/ क्षेत्रीय कार्यालयों में गतिविधियों पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
संचार मंत्रालय के दूरसंचार विभाग ने प्रभावशाली मात्रात्मक लक्ष्यों के अलावा संचार भवन परिसर में कुछ ‘सर्वोत्तम प्रथाओं’ को अपनाया है जिनके आशाजनक परिणाम पहले से ही दिख रहे हैं। इनमें निम्नलिखित शामिल हैं-
(i) | संचार भवन परिसर में सिंगल यूज प्लास्टिक पेयजल बोतल का उपयोग बंद करना।
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(ii) |
संचार भवन परिसर में प्लास्टिक फोल्डर को पर्यावरण के अनुकूल पुनर्नवीनीकरण पेपर फोल्डर से बदलना। | |
(iii) | प्रत्येक कार्य दिवस को दोपहर में संविदा पर एक महिला डॉक्टर की परामर्श सेवाएं उपलब्ध। यह संचार भवन परिसर में तैनात 900 नियमित एवं संविदा कर्मचारियों के स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के लिए वरदान है। |
(iv) कार्यालय परिसर की विशेष सफाई के लिए प्रत्येक शुक्रवार दोपहर को समय निर्धारित करना।
(v) बेसमेंट में जमा हुए कबाड़ को साफ करना और उसे एक मनोरंजन क्लब में परिवर्तित करना।
पहले उद्घाटन
उद्घाटन के बाद
(vi) पार्किंग से सटे स्थान को आधुनिक कैंटीन में परिवर्तित करना जो जल्द ही शुरू होने वाला है।
पहले बाद में
इसके अलावा, विशेष अभियान 2.0 के दौरान निम्नलिखित ‘पायलट प्रोजेक्ट’ शुरू किए गए हैं:
(क) | प्लास्टिक पेन को पर्यावरण के अनुकूल रिसाइकिल पेन से बदलना। | |
(ख) | महिला शौचालयों में सेनेटरी नैपकिन पैड डिस्पेंसर की व्यवस्था। |
कार्यालय कक्षों में सभी लाइटों/ अन्य बिजली उपकरणों को ‘स्विच ऑन’ और ‘स्विच ऑफ’ करने के लिए मोशन सेंसर डिटेक्टर की व्यवस्था।
दूरसंचार विभाग के सीपीएसई/ फील्ड ऑफिस सहित अन्य सभी कार्यालयों में जहां भी संभव हो उपर्युक्त सर्वोत्तम प्रथाओं का विस्तार करने और उसे दोहराने का प्रस्ताव है।
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