महिला दिवस पर त्वचा रोग विशेषज्ञों ने कॉलेज की छात्राओं को दी गोरेपन की क्रीम से बचने की सलाह

इंदौर, 8 मार्च। महिलाओं के लिए अक्सर हमारा समाज रूप रंग के कई पैमाने निर्धारित करता रहा है। यह एक बेवजह का दबाव है जो कई बार महिलाओं को अपनी त्वचा के साथ एक्सपेरिमेंट करने को भी बाध्य करता है। इस वजह से महिलाएं बिना जानकारी गलत प्रोडक्ट का प्रयोग त्वचा पर करने लगती हैं। इसके बार बार प्रयोग से त्वचा संबंधी गंभीर समस्याएं भी हो जाती हैं। महिलाओं को चाहिए कि वे अपनी बाहरी सुंदरता से अधिक अपने गुणों और कौशल को निखारने के लिए प्रयासरत रहें और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

 

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आईएडीवीएल (अखिल भारतीय चर्म कुष्ठ रोग डॉक्टर्स एसोसिएशन) की मध्यप्रदेश शाखा द्वारा शहर के विभिन्न महाविद्यालयों में छात्राओं को उनकी त्वचा की देखभाल व स्वास्थ्य के संदर्भ में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गई। शहर के दो ख्यात त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. नरेंद्र गोखले (प्रेसिडेंट, आईएडीवीएल) तथा डॉ. दीपक मोहना (सेक्रेटरी, आईएडीवीएल) ने इस अवसर पर छात्राओं को बताया कि त्वचा की देखभाल कितनी आवश्यक है।

कार्यक्रम में संबोधित करते हुए डॉ. नरेंद्र गोखले ने एसडीपीएस महाविद्यालय में छात्राओं को जानकारी दी कि सम्पूर्ण स्वास्थ्य में त्वचा का स्वास्थ्य भी शामिल है। इसलिए जिस प्रकार हम बाकी शरीर का ख्याल रखते हैं, उसी तरह हमें त्वचा को लेकर भी खास ख्याल रखना चाहिए। इसके लिए नियमित साफ-सफाई और हाइजिन का ध्यान रखने के साथ ही, भरपूर पानी पीना, पौष्टिक भोजन करना, अच्छी नींद लेना तथा नियमित व्यायाम करना भी जरूरी है। अगर आप इन सबका ध्यान रखेंगी तो 90 प्रतिशत तक समस्याओं से बचाव हो जाएगा। इसके अलावा यदि आप त्वचा संबंधी किसी रोग या समस्या से पीड़ित हैं तो उसका पूरा इलाज भी लें, न कि अपने मन से कोई भी दवाई या ऑइंटमेंट का प्रयोग करें।

 

उन्होंने धूप में सनस्क्रीन की उपयोगिता के बारे में भी छात्राओं को जानकारी दी।
डॉ. दीपक मोहना ने सुगनीदेवी कन्या महाविद्यालय में छात्राओं को संबोधित करते हुए उन्हें गोरेपन की क्रीम के उपयोग को लेकर सतर्कता बरतनी चाहिए। उन्होंने कहा कि छात्राओं को गोरेपन के पीछे न पड़कर त्वचा को स्वस्थ रखने की ओर ध्यान देना चाहिए। गोरेपन की कई क्रीमों में स्टेरॉइड्स नामक रसायन होते हैं। जिनकी अधिकता से चमड़ी का पतला होना, मुहांसे निकलना, रक्त नलिकाओं का दिखाई देना और त्वचा पर अतिरिक्त बाल निकलने जैसे साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। इसलिये किसी भी क्रीम का उपयोग बिना सोचे समझे न करें।
आयोजन के अंतर्गत डॉ. जैनब कपड़ावाला ने छात्राओं को त्वचा के संदर्भ में पौष्टिक भोजन के बारे में जानकारी प्रदान की।

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