दुबई। ओलंपिक रजत पदक विजेता पीवी सिंधू और किदांबी श्रीकांत बुधवार से शुरू हो रहे दुबई सुपर सीरिज फाइनल में उतरेंगे, तो उनका लक्ष्य भारतीय बैडमिंटन के लिए बेहतरीन रहे इस साल का अंत भी खिताब के साथ करने का होगा। इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में महिला और पुरुष वर्ग में दुनिया के शीर्ष आठ खिलाड़ी ही भाग लेते हैं। दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी सिंधू और चौथी रैंकिंग वाले श्रीकांत अपने अभियान का आगाज क्रमश: चीन की हि बिंगजियाओ और दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसेन के खिलाफ करेंगे। ऐसे में उनके लिए जरा सी भी कोताही बरतने की गुंजाइश नहीं होगी।
सिंधू और श्रीकांत ने इस साल कामयाबी की नई बुलंदियों को छुआ है। सिंधू ने इंडिया ओपन और कोरिया ओपन जीतने के अलावा ग्लास्गो विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीता और पिछले महीने हांगकांग ओपन में उपविजेता रहीं। दूसरी ओर, श्रीकांत एक ही कैलेंडर वर्ष में चार सुपर सीरीज खिताब जीतने वाले भारत के एकमात्र और दुनिया के चौथे खिलाड़ी बने। उन्होंने इंडोनेशिया ओपन, ऑस्ट्रेलिया ओपन, डेनमार्क ओपन और फ्रेंच ओपन जीता, जबकि जांघ की मांसपेशी में खिंचाव के कारण चाइना ओपन और हांगकांग ओपन नहीं खेल सके।
एक महीने के ब्रेक में उन्होंने फिटनेस और तकनीक पर काफी काम किया। उन्हें उम्मीद है कि वह दोबारा वही लय हासिल कर लेंगे। उन्होंने कहा, ‘यह महत्वपूर्ण टूर्नामेंट है, जिसमें 2014 में मैं सेमीफाइनल तक पहुंचा था, लेकिन 2015 में मैं लीग चरण से बाहर हो गया था। इससे फर्क नहीं पड़ता। हमें हार को भुलाकर आगे बढऩा होता है। उम्मीद है कि इस साल प्रदर्शन अच्छा होगा। श्रीकांत को पुरुष सिंगल्स ग्रुप-बी में एक्सेलसेन के अलावा चोउ तियेन चेन (विश्व नंबर सात) और शि युकी (विश्व नंबर आठ) के साथ रखा गया है।
पिछली बार सेमीफाइनल तक पहुंची सिंधू के ग्रुप में बिंगजियाओ के अलावा विश्व की दूसरे नंबर की खिलाड़ी जापान की अकाने यामागुची और सायाको सातो हैं। हैदराबाद की 22 वर्षीय शटलर सिंधू ने कहा, ‘मेरे लिए यह साल अच्छा रहा और उम्मीद है कि इसका अंत भी अच्छा होगा। यहां जीतना आसान नहीं है और पहले ही दौर से मुकाबले काफी कठिन होंगे। मुझे शुरू ही से अच्छा खेलना होगा।
दोनों ग्रुप में चार खिलाड़ी एक-दूसरे से खेलेंगे और शीर्ष दो सेमीफाइनल में जाएंगे। श्रीकांत ने अक्टूबर में एक्सेलसेन को डेनमार्क ओपन के क्वार्टर फाइनल में हराकर लगातार तीन हार का सिलसिला तोड़ा था, जबकि बिंगजियाओ के खिलाफ सिंधू 4-5 से पीछे हैं, लेकिन उन्होंने सितंबर में पिछले मुकाबले में बिंगजियाओ को कोरिया ओपन में मात दी थी।
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