श्री पीयूष गोयल ने रत्न एवं आभूषण उद्योग से इस क्षेत्र में भारत के निर्यात को तीन गुना बढ़ाकर 100 अरब डॉलर करने का आह्वान किया
‘यह केंद्र संयुक्त अरब अमीरात से दुनिया भर के अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपने उत्पादों की आपूर्ति के लिए एक वैश्विक व्यापार टच-पॉइंट के रूप में काम करेगा’: श्री गोयल
प्रधानमंत्री मोदी का लक्ष्य रत्न एवं आभूषण क्षेत्र में न केवल मेड इन इंडिया बल्कि डिजाइंड इन इंडिया के मोर्चे पर भी भारत को दुनिया में नंबर 1 बनाना है: श्री गोयल
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री श्री पीयूष गोयल ने आज रत्न एवं आभूषण उद्योग से दुनिया भर में 100 अरब डॉलर के निर्यात लक्ष्य को हासिल करने के लिए लगभग 35 अरब डॉलर के अपने मौजूदा निर्यात लक्ष्य को तीन गुना करने का आह्वान किया।
श्री गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने हमेशा रत्न एवं आभूषण क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित किया है और उनका लक्ष्य न केवल मेड इन इंडिया बल्कि डिजाइंड इन इंडिया ज्वैलरी के मोर्चे पर भी रत्न एवं आभूषण क्षेत्र में भारत को दुनिया में नंबर 1 बनाना है।
श्री गोयल ने उद्घाटन समारोह के दौरान अपने संबोधन में कहा, ‘मुझे विश्वास है कि यह केंद्र भारत- यूएई व्यापार प्रतिबद्धता के तहत हमारे अत्यंत महत्वाकांक्षी लक्ष्य को हासिल करने में मदद के लिहाज से भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और संयुक्त अरब अमीरात से दुनिया भर के अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपने उत्पादों की आपूर्ति के लिए एक वैश्विक व्यापार टच-पॉइंट के रूप में काम करेगा।’
श्री गोयल ने कहा कि विष्णु पुराण में ‘स्यामंतक’ रत्न का वर्णन है जिसमें स्वामी के लिए समृद्धि एवं विपुलता लाने की ताकत थी। उन्होंने कहा कि आभूषण हमारी संस्कृति एवं परंपरा का हिस्सा रहा है और यह समाज में हैसियत एवं खासियत के एक प्रतीक का प्रतिनिधित्व करता है।
लगभग 35 अरब डॉलर के निर्यात के साथ रत्न एवं आभूषण क्षेत्र ने इस वित्त वर्ष में भारत के कुल 400 अरब डॉलर से अधिक के निर्यात लक्ष्य में लगभग 10 प्रतिशत का योगदान किया।
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