श्री किरेन रिजिजू, श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने गांधी जयंती पर ‘फिट इंडिया फ्रीडम रन 3.0’ का शुभारंभ किया
फिट इंडिया फ्रीडम रन 3.0 का शुभारंभ आज गांधी जयंती के अवसर पर रविवार सुबह नई दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में किया गया।2020 में कोविड-19 महामारी के चरम के दौरान भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए सबसे बड़े राष्ट्रव्यापी आंदोलनों में से एक, इस दौड़के तीसरे संस्करण का शुभारंभ केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री श्री किरेन रिजिजू तथा केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर द्वारा संयुक्त रूप से फिट इंडिया प्लॉग रन के साथ किया गया। फिट इंडिया फ्रीडम रन का तीसरा संस्करण आज 2 अक्टूबर से शुरू हुआ और 31 अक्टूबर तक चलेगा।
इस अवसर पर रविवार कोभारत के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री श्री हर्षवर्धन गोयल, खेल सचिव श्रीमती सुजाता चतुर्वेदी, भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक श्री संदीप प्रधान, फिट इंडिया के राजदूत रिपु दमन बेवली, खेल मंत्रालय व साई के अन्य अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में प्रतिभागी भी उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री के विजन को दोहराते हुए श्री किरेन रिजिजू ने कहा, “जब श्री नरेन्द्र मोदी ने 2019 में फिट इंडिया आंदोलन की शुरुआत की तो उनका विजन पूरे देश को फिट बनाना था। बीते कुछ वर्षों में ये आंदोलन अब इतनी बड़ी कामयाबी बन गया है। अब हर कोई इस आंदोलन में शामिल होना चाहता है और फिट इंडिया मोबाइल ऐप भी हर दिन बहुत उत्साह के साथ डाउनलोड किया जा रहा है।”
कुछ इसी प्रकार अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा, “आजादी का अमृत महोत्सव से अमृत काल तक हमें भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के प्रधानमंत्री के विजन की दिशा में काम करते रहना होगा और उस लक्ष्य तक पहुंचने का पहला मार्ग यह है कि अपनी फिटनेस को नए स्तर पर ले जाया जाए।”
फ्रीडम रन के इस संस्करण में रिकॉर्ड संख्या में भाग लेने का आग्रह करते हुए श्री ठाकुर ने कहा, “इस सफल दौड़ के तीसरे संस्करण को शुरू करने का मौका गांधी जयंती से बेहतर नहीं हो सकता था और इसका समापन एकता दिवस से बेहतर नहीं हो सकता था जो कि 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती है। बीते साल इसमें कुल भागीदारी 9 करोड़ 30 लाख तक पहुंच गई थी और हमें इस भागीदारी संख्या को दोगुना करने के लिए अब फिट फ्रीडम रन 3.0 को बहुत ताकत देनी है।
फिट इंडिया फ्रीडम रन में पिछले दो वर्षों में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) सहित भारतीय सेना, भारतीय रेलवे, सीबीएसई व आईसीएसई के स्कूलों, युवा कार्यक्रम मंत्रालय की युवा विंग नेहरू युवा केंद्र संगठन (एनवाईकेएस) और राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) आदि की भागीदारी देखी गई है।
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