नई दिल्ली : आईआईटी-आईआईआईएम के पूर्व छात्रों द्वारा चलाए रहे प्रगतिशील प्ले स्कूल्स और डेकेयर्स की राष्ट्रीय चेन फुटप्रिंट्स चाइल्डकेयर ने अपने शिक्षकों के प्रशिक्षण और विकास के लिए 5 करोड़ रुपये का कोष बनाने की घोषणा की।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि फुटप्रिंट्स का लक्ष्य अगले तीन सालों में इस कोष का प्रयोग कर अपने शिक्षकों को सभी जरूरी कौशल से लैस करना है।
शिक्षकों का प्रशिक्षण और विकास हमेशा से फुटप्रिंट्स के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में रहा है और यह कंपनी की दृष्टि का अभिन्न हिस्सा है।
फुटप्रिंट्स चाइल्डकेयर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और सह-संस्थापक राज सिंघल ने कहा, हम मानते हैं कि शिक्षा, विशेष रूप से बचपन में दी गई उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा में दुनिया को बदलने की शक्ति है, और शिक्षक निश्चित रूप से एक बच्चे की शिक्षा का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
हालांकि हम एक कठोर भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से सबसे सक्षम उम्मीदवारों की भर्ती करना सुनिश्चित करते हैं, लेकिन हम हाइस्कोप के माध्यम से हमारे शिक्षकों के प्रशिक्षण और विकास कार्यक्रमों में भी अच्छी तरह से निवेश करते हैं।
फुटप्रिंट्स चाइल्डकेयर के मुख्य परिचालन अधिकारी और सह-संस्थापक पूर्वेश शर्मा ने कहा, वर्तमान में, भारत में प्रीस्कूलों के विस्तार पर बहुत ध्यान दिया गया है, लेकिन पाठ्यक्रम और शिक्षकों के विकास पर बहुत कम ध्यान दिया गया है।
प्रीस्कूल का शिक्षक/शिक्षिका बनने की आकंक्षा रखनेवालों के प्रशिक्षण पर बहुत कम ध्यान दिया गया है, इसलिए हम स्कूलों में चाहे जितना भी निवेश करें, उसका लाभ बच्चों को नहीं मिलेगा।
इसलिए यह जरूरी है कि हम शिक्षकों में निवेश करें और बच्चों को शिक्षित करने के जरूरी कौशल से उन्हें लैस करें। हाइस्कोप एजुकेशनल रिसर्च फाउंडेशन एक स्वतंत्र गैर-लाभकारी संस्था है, जो छोटे बच्चों के शिक्षकों को उच्च गुणवत्ता वाला प्रशिक्षण देती है।
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