नई दिल्ली : भारत की साक्षी ने बुडापेस्ट में जारी एआईबीए विश्व युवा मुक्केबाजी चैंपियनशिप के 57 किलो वर्ग में क्रोएशिया की निकोलिना कासिक को हराकर स्वर्ण पदक जीता है। वहीं भारत की ही अनामिका को 51 किग्रा और मनीषा को 64 किग्रा वर्ग के फाइनल में हार के साथ ही रजत पदक ही मिल पाया। यहां भारतीय मुक्केबाजों का प्रदर्शन शानदार रहा है।
भारतीय युवा मुक्केबाजों ने यहां दो स्वर्ण, दो रजत और छह कांस्य पदक जीते हैं। इस प्रकार भारतीय महिला मुक्केबाजों ने इस स्पर्धा में कुल 10 में से 8 पदक जीते हैं। भारतीय महिलाओं ने यहां कुल 26 अंक हासिल किये। साक्षी शुरुआत से ही आक्रामक रही। उनके पंचों का निकोलिना के पास कोई जवाब नहीं था।
साक्षी इतनी आक्रामक थीं कि रेफरी को बीच में दखल देकर मुकाबले को रोकना पड़ा और तकनीकी आधार पर साक्षी को विजेता घोषित कर दिया गया। वहीं अनामिका को अमेरिका डेस्टिनी गार्सिया ने शिकस्त दी। भारतीय मुक्केबाज ने शुरुआत तो अच्छी की थी, लेकिन अमेरिकी खिलाड़ी ने शानदार वापसी करते हुए 4-1 से मुकाबला जीता लिया। फाइनल में मनीषा को गेमा पेग रिचर्ड्सन सेने 5-0 से पराजित किया।
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