रियाद : सऊदी अरब ने पत्रकार जमाल खाशोगी की हत्या पर अपना बयान एक बार फिर बदलते हुए कहा खाशोगी की हत्या ‘पूर्वनियोजित’ थी। सऊदी अधिकारियों ने पिछले सप्ताह कहा था कि क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के आलोचक खाशोगी की इंस्तांबुल के वाणिज्य दूतावास में एजेंट के साथ झड़प में ‘दुर्घटनावश’ मौत हो गई थी। खशोगी की मौत को लेकर सऊदी अरब और तुर्की के बीच विवाद गहरा गया है।
सऊदी सरकारी वकील ने यह घोषणा सऊदी अरब की सरकारी समाचार एजेंसी के जरिए की। सऊदी समाचार एजेंसी के अनुसार वकील ने कहा यह निष्कर्ष तुर्की में सऊदी-तुर्की संयुक्त जांच की नई सूचनाओं पर आधारित है। सऊदी विदेश मंत्री ने कहा कि वकील नई सूचनाओं के आधार पर जांच जारी रखेंगे।
वॉशिंगटन पोस्ट के लिए लिखने वाले खाशोगी 2 अक्टूबर को कुछ कागजात के लिए इंस्तांबुल स्थित सऊदी वाणिज्य दूतावास गए थे और उसके बाद लापता हो गए थे। घटना के कुछ दिन बाद तुर्की अधिकारियों ने कहा कि उन्हें मारने के इरादे से तुर्की भेजे गए 15 सऊदी एजेंटों ने ‘पूर्व नियोजित’ साजिश के तहत उनकी हत्या कर दी।
सऊदी अरब की इस घोषणा के तुरंत बाद तुर्की के अधिकारी ने अमेरिकी समाचार से कहा कि हम शुरुआत से कह रहे थे कि खाशोगी की हत्या पूर्व नियोजित है। खाशोगी का शव अबतक बरामद नहीं किया गया है।
आपको बता दें कि ऐसी जानकारी सामने आई थी कि पत्रकार जमाल खाशोगी के शरीर के हिस्से इंस्तांबुल स्थित सऊदी महावाणिज्यदूत के आवास में पाए गए थे। ब्रिटिश स्थिति मीडिया के मुताबिक अमेरिका समाचार पत्र के 59 साल के स्तंभकार के शरीर को काटा गया था और उनके चेहरे को विकृत कर दिया गया था।
उनके शरीर का कुछ हिस्सा महावाणिज्यदूत के घर के बगीचे में पाया गया था। हैबरलर की रिपोर्ट के मुताबिक तुर्की की रोडिना पार्टी के नेता डोगू पेरिनसेक ने भी एक इंटरव्यू में दावा किया कि पत्रकार के शव को महावाणिज्यदूत के आवास परिसर के बगीचे में स्थित कुंए से बरामद किया गया।
यह रिपोर्ट तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन द्वारा खाशोगी की हत्या की साजिश रचने का सऊदी अरब पर आरोप लगाने के तत्काल बाद सामने आई थी। उन्होंने कहा कि इस हत्या को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया था।
इसके साथ ही उन्होंने शव के बारे में जानकारी सहित सऊदी अरब से और जानकारी देने के लिए कहा। एर्दोगन ने कहा कि उस व्यक्ति का शव कहां है, जिसके बारे में आधिकारिक रूप से यह कहा गया कि उसकी हत्या कर दी गई है।
तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगान ने पिछले दिनों कहा था कि सऊदी अरब के अधिकारियों ने कई दिन की योजना के बाद इस्तांबुल वाणिज्य दूतावास में पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या कर दी। हालांकि सऊदी अरब ने इसके विपरीत यह सफाई दी थी कि पत्रकार की मृत्यु दुर्घटनावश हो गई।
तुर्की के राष्ट्रपति ने मांग की कि सऊदी अरब को इसमें शामिल सभी लोगों की पहचान बतानी चाहिए, चाहे वे किसी भी पद पर हों। एर्दोगान ने कहा कि वह चाहते हैं सऊदी अरब खशोगी की हत्या के मामले में हिरासत में लिए गए 18 संदिग्धों पर तुर्की की अदालतों में मुकदमा चलने की इजाजत दे।
इससे तुर्की और सऊदी अरब की सरकार के बीच तनाव गहरा गया है। सऊदी सरकार ने कहा कि वह खुद जांच कर रही है और इसमें शामिल लोगों को सजा देगी।
एर्दोगान ने संसद में सत्तारूढ़ पार्टी के सांसदों को दिए भाषण में कहा कि इस तरह की घटना के लिए मुट्ठीभर सुरक्षाकर्मियों और खुफिया अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराने से हमें या अंतरराष्ट्रीय समुदाय को तसल्ली नहीं मिलेगी।
उन्होंने कहा कि सऊदी अरब ने हत्या की बात कबूल करके एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। फिलहाल हम उम्मीद करते हैं कि वे जिम्मेदार लोगों को खुलकर सामने लाएं, चाहे कोई ऊंचे से ऊंचे पद पर हो या निचले पद पर उन्हें न्याय के कठघरे में लाया जाए।
Comments are closed.