श्रीनगर। सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी के दौरान नागरिक हत्याओं के विरूद्ध अलगाववादियों के विरोध को रोकने के लिए अधिकारियों ने शनिवार को शहर के कुछ हिस्सों में प्रतिबंध लगा दिए हैं। श्रीनगर जिला मजिस्ट्रेट ने पुराने श्रीनगर और मासुमा और कृलखुद में रेनवाड़ी, खन्यार, नोहट्टा, एम.आर.गंज और सफकडल में निषेध के आदेश दिए हैं।
पुलिस ने कहा कि आवश्यक सेवाओं, सरकारी कर्मचारी, बैंक कर्मचारी, परीक्षाओं के लिए आने वाले छात्रों और ऐसी परीक्षाओं के लिए कर्मचारियों को प्रतिबंध से छूट दी गई है। संयुक्त प्रतिरोध नेतृत्व (जेआरएल), सईद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारूक और यासीन मलिक की अगुवाई वाली एक अलगाववादी संगठन ने घाटी के चौराहे बंद और विरोध प्रदर्शन का एलान किया है।
अधिकारियों मीरवाइज मौलवी उमर फारूक, पीपुल्स पोलिटीकल पार्टी के चेयरमैन हिलाल वार, जेकेएलएफ आर के अध्यक्ष जावेद मीर और मुसदिक आदिल, मुख्तार वाजा को उनके घरों में नजरबंद कर दिया। कट्टरपंथी सईद अली शाह गिलानी पहले से नजरबंद हैं। शहर में संवेदनशील स्थानों पर कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और अर्धसैनिक बलों के केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को भारी संख्या में तैनात किया गया है। सर्दियों की छुट्टियों के कारण कश्मीर घाटी में विश्वविद्यालय, कॉलेज और स्कूलों सहित शैक्षिक संस्थान बंद हैं।
बता दें कि ज्वायंट रजिस्टेंस लीडरशिप के बैनर तले जमा हुए हुर्रियत कांफ्रेंस समेत विभिन्न अलगाववादी संगठनों ने कश्मीर में सुरक्षाबलों पर मानवाधिकारों के हनन के उल्लंघन में लिप्त रहने व मुठभेड़ों की आड़ में कश्मीरी नौजवानों को मौत के घाट उतारे जाने का आरोप लगाते हुए 13 जनवरी शनिवार को कश्मीरव्यापी बंद का एलान किया है।
News Source :- www.jagran.com
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