नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस के मौक़े पर सुरक्षा के भी कड़े बंदोबस्त किए गए हैं. दिल्ली-एनसीआर में पुलिस और सेंट्रल सिक्टोरिटी फोर्स के क़रीब 60 हज़ार कर्मियों को तैनात किया गया है. राजपथ से लाल क़िला के आठ किमी के रास्ते पर मोबाइल हिट टीम, एंटी एयरक्राफ्ट गन और शार्पशूटरों को तैनात किया गया है. बहुमंज़िला इमारतों पर स्नाइपर तैनात हैं, साथ ही परेड रूट पर हज़ारों सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी रखी जा रही है.
आज राजपथ पर देश की सैन्य ताक़त और सांस्कृतिक विरासत दोनों एक साथ दिखेगी. जवानों की जांबाज़ी के साथ-साथ भारत की सैन्य ताक़त टी-90 टैंक भी दिखेगा. साथ ही देश में ही बनी लंबी दूरी तक मार करनेवाली डीआरडीओ की निर्भय मिसाइल भी परेड का हिस्सा होगी. वायुसेना की झांकी में स्वदेशी के साथ ही नौसेना का विमानवाहक पोत विक्रांत भी दिखेगा.
हवाई क्षेत्र को सुरक्षित बनाने के लिए विमान-रोधी बंदूकों सहित हवाई सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गए हैं. दिल्ली पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों के 60,000 जवानों को मध्य दिल्ली में तैनात किया गया है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि किसी भी हमले को रोकने या संदिग्ध तौर पर हवा में उड़ने वाली वस्तुओं की पहचान के लिए ड्रोन-रोधी तकनीक का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. सुरक्षाकर्मियों ने भीड़-भाड़ वाले बाजारों, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और अधिक महत्व वाले प्रतिष्ठानों को संवेदनशील स्थानों के रूप में चिन्हित किया है और उन्हें सुरक्षित बनाने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं.
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