वो 5 कारण जिनकी वजह से सोशल मीडिया पर ट्रोल को रही आदिपुरुष

लोग किरदारों से लेकर इसके खराब VFX और डायलॉग्स के लिए आदिपुरुष का मजाक बना रहे हैं

न्यूज डेस्क: हाल ही में सिनेमाघरों में रिलीज हुई फिल्म ‘ आदिपुरुष’ दर्शकों को खुश करने में कामयाब नहीं हुई है। फिल्म को रिलीज किए अभी 1 ही दिन का समय हुआ है लेकिन अभी से लोग इसे सोशल मीडिया पर तरह-तरह से ट्रोल करने में लगे हुए हैं। गौरतलब है कि फिल्म को 16 जून को सिनेमाघरों में रिलीज किया गया है। इस फिल्म में प्रभास, सैफ अली खान और कृति सैनन जैसे बड़े सितारे नजर आ रहे हैं। लेकिन इसके बावजूद लोग किरदारों से लेकर इसके खराब VFX और डायलॉग्स के लिए इसका मजाक बना रहे हैं। तो चलिए जानते हैं वो 5 कारण जिनके चलते फिल्म को ट्रोल किया जा रहा है।

 

 

 

 

 

कथा के साथ अन्याय-
सबसे पहली बात जो लोगों को नाराज कर रही है वह है फिल्म की कथा को सही तरीके से पेश ना कर पाना। लोगों का कहना है कि फिल्म में रामायण की मूल प्रति को सही तरीके से नहीं फिल्माया गया है। जिसके चलता इसका प्रभाव कम पड़ रहा है।
डायलॉग्स नहीं हैं सही-

 

 

 

 

फिल्म में डायलॉग्स के लिए जिस तरह की भाषा का उपयोग किया गया है। वह लोगों को आहत कर रहा है। दर्शकों का कहना है कि फिल्म की भाषा स्तरहीन है। प्रभु श्रीराम की छवि के अनुरूप फिल्म के डायलॉग्स काफी कठोर सुनाई दे रहे हैं। जिसके चलते लोग फिल्म के साथ अपना रिश्ता नहीं बना पा रहे।

 

 

 

 

तथ्यों के साथ छेड़छाड़-
फिल्म में कई जगहों पर तथ्यों के साथ छेड़छाड़ होती नजर आ रही है। जैसे हनुमान जब संजीवनी लेने जाते हैं। तो संजीवनी का ज्ञान ना होने के कारण वे पूरा पहाड़ ले आते हैं। लेकिन इस फिल्म में हनुमान इसलिए पहाड़ लाते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि सभी को इसकी जरूरत है। इसी तरह से कई सीन्स से लोगों को आपत्तियां हैं।

 

 

 

 

VFX-
इस फिल्म का निर्माण 650 करोड़ रुपए के बजट में किया गया है। कहा जा रहा था कि फिल्म में बेहतरीन VFX पर काम किया गया है। लेकिन वहीं यदि असलियत में देखें तो दर्शक VFX को ख़राब बता रहे हैं। यह भी एक वजह है कि लोगों को फिल्म ज्यादा पसंद नहीं आ रही है

 

 

 

 

रामायण से हो रही तुलना-
फिल्म को ट्रोल किए जाने का सबसे बड़ा कारण है रामानंद सागर द्वारा निर्मिर रामायण। दरअसल लोग फिल्म ‘आदिपुरुष’ की तुलना टीवी के मशहूर धारावाहिक ‘रामायण’ से कर रहे हैं। ऐसे में लोगों के सामने पसंद ना नापसंद करने के लिए पहले से कई विकल्प मौजूद हैं। रामायण में जिस तरह से सभी किरदारों को उनके डायलॉग्स को फिल्माया गया था। उनके सामने आदिपुरुष लोगों को फीकी नजर आ रही है।

Comments are closed.