मुंबई। एक आतंकवादी की कहानी पर बनी हंसल मेहता की ओमेर्टा से नेशनल एंथम को हटा दिया गया है और सेंसर बोर्ड ने फिल्म को ए सर्टिफिकेट के साथ पास कर दिया है। राजकुमार राव स्टारर ओमेर्टा को सेंसर बोर्ड के पास भेजा गया था लेकिन बोर्ड ने फिल्म देखते वक्त एक सीन पर कड़ी आपत्ति जता दी।
दरअसल ये फिल्म ग्लोबल टेरेरिस्ट अहमद ओमर सईद शेख की कहानी है। बताया जाता है कि फिल्म में एक सीन था, जब ओमर जेल में पेशाब कर रहा होता है उस समय बैकग्राउंड में राष्ट्रगान बज रहा होता है। सेंसर ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई और नेशनल एंथम की जगह दूसरा कोई बैकग्राउंड म्यूज़िक लगाने को कहा। निर्माता ने इस आपत्ति को मान लिया है। सेंसर बोर्ड ने फिल्म को ए सर्टिफिकेट के साथ पास कर दिया है। यही नहीं अब फिल्म की रिलीज़ डेट को भी बदल दिया गया है। ये फिल्म पहले 20 अप्रैल को रिलीज़ होने वाली थी लेकिन अब ये चार मई को रिलीज़ होगी, जिस दिन अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर की 102 नॉट आउट रिलीज़ की जा रही है। हंसल मेहता का इससे पहले भी कई बार सेंसर के साथ टकराव हो चुका है और उन्होंने पहले कहा था कि वो इस फिल्म में एक भी कट नहीं लगने देंगे। हंसल ने कहा था कि वो जानते हैं कि सेंसर के साथ इस फिल्म को लेकर सर्टिफिकेट पाना आसान नहीं होगा क्योंकि इस फिल्म में हिंसा और सख्त शब्दों का इस्तेमाल है।
लंदन और भारत में शूट हुई ओमेर्टा दुनिया के कई आतंकवादी घटनाओं को शामिल करती हैं, जिसमें अमेरिका का 9/11 अटैक और मुंबई में 26/11 को हुआ आतंकी हमला भी शामिल है। ये उसी ओमर सईद की कहानी है जिसने अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल का सिर, धड़ से अलग किया था। राजकुमार राव ने भी इस फिल्म के डिस्टर्बिंग सीन्स करते समय इस बात को महसूस किया था कि ये फिल्म उनकी ज़िंदगी की सबसे मुश्किल फिल्म रही है क्योंकि इसमें मानसिक रूप से थकावट हुई।
Comments are closed.