अब यात्रा के दौरान यात्रियों की सुरक्षा एप से होगी – ऐप के जरिए चलती ट्रेन में शिकायत दर्ज की जा सकेगी
मुंबई। लंबी दूरी की ट्रेनों में चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। मुंबई दौरे के मौके पर रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि जल्दी ही यात्रियों की सुविधा के लिए एक ऐप तैयार करने की योजना है। इस ऐप के जरिए चलती ट्रेन में शिकायत दर्ज की जा सकेगी। यह शिकायत कंट्रोल रूम में सुरक्षा एजेंसियों को मिल जाएगी। इस ऐप पर आरपीएफ और जीआरपी, दोनों का कंट्रोल होगा। पिछले साल पश्चिम रेलवे में चलती ट्रेनों में यात्रियों के 6.57 करोड़ रुपये के सामान की चोरी हो गई। इनमें से केवल 19 लाख का माल वापस मिला।
चलती ट्रेनों में चोरी की घटनाओं के 1,561 केस दर्ज किए गए थे, इनमें से केवल 168 केस डिटेक्ट हो सके। ट्रेनों में अक्सर रात में यात्री के सोने के बाद चोरी की घटनाएं होती हैं। ऐसे में चोरी के सही स्थान का पता नहीं चल पाता है। ऐसी स्थिति में डिटेक्ट करना मुश्किल हो जाता है। कई बार चोर खुद हायर क्लास में यात्रा करते हैं और मौका पाकर किसी स्टेशन पर सामान लेकर उतर जाते हैं। ऐप में इस तरह के संवेदनशील क्षेत्रों और आदतन अपराधियों का रिकॉर्ड रहेगा। इससे चोरी डिटेक्ट करने में मदद मिलेगी।
महानिदेशक ने बताया कि जल्दी ही दिल्ली में सभी राज्यों की लोहमार्ग पुलिस यानी जीआरपी और आरपीएफ के बीच बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में रेलवे परिसरों या ट्रेनों में होने वाले अपराध से निपटने के तरीकों पर विचार विमर्श होगा। इस दौरान नई ऐप के बारे में चर्चा होगी। इस दौरान ऐप के जरिए दर्ज होने वाले अपराध को ऐप पर ही ट्रैक करने जैसी व्यवस्था पर विचार किया जाएगा।
सिंह ने बताया कि पिछले कुछ समय से जीआरपी और आरपीएफ के बीच कॉर्डिनेशन मीटिंग बंद हो गई थी, इसे दोबारा शुरू करना जरूरी है। उपनगरीय ट्रेनों में महिलाओं की सुरक्षा पुख्ता करने के लिए नए कदम उठाए जा रहे हैं। सभी यात्री ट्रेनों में सीसीटीवी लगाने के बाद चलती ट्रेनों में चोरियां और महिलाओं के साथ होने वाली घटनाओं पर अंकुश लगेगा। इसके अलावा महिला से जुड़े अपराध में रेलवे ऐक्ट की विभिन्न धाराओं में बदलाव करने की बात हो रही है। रात में उपनगरीय ट्रेनों के महिला डिब्बों में महिला सुरक्षा जवान तैनात करने पर विचार किया जा रहा है।
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